Edited By Shivam, Updated: 19 Apr, 2019 05:05 PM
ऑटो चालकों की लापरवाही से आम जनता और सड़क पर चल रहे राहगीरों के लिए मुसीबत बन रही है। ऑटो चालक इतनी लापरवाही से सड़क पर ऑटो चलाते हैं कि मानों शहर की सड़क इनको जागीर में मिली है। इन ऑटो चालकों के पास न तो ड्राइविंग लाइसैंस होता है और...
यमुनानगर (ब्यूरो): ऑटो चालकों की लापरवाही से आम जनता और सड़क पर चल रहे राहगीरों के लिए मुसीबत बन रही है। ऑटो चालक इतनी लापरवाही से सड़क पर ऑटो चलाते हैं कि मानों शहर की सड़क इनको जागीर में मिली है। इन ऑटो चालकों के पास न तो ड्राइविंग लाइसैंस होता है और न ही इनके पास ऑटो चलाने का प्रशिक्षण। ट्रैफिक रूल के बारे में तो इनका दूर-दूर तक कोई लेना देना नहीं है। शहर की सड़क पर ध्वनि प्रदूषण, वायु प्रदूषण फैलाने की बात करें तो उसमें ऑटो चालक अव्वल साबित होते हैं। शहर की सड़क पर ऑटो चालकों का कब्जा हो चुका है।
इन ऑटो चालकों के पास ज्यादातर बिना नंबर के सड़क पर दौड़ते हैंं। इनकी वजह से आए दिन सड़क पर चलने वाले राहगीरों से नोक-झोंक भी हो जाती है। इन सब का कारण है ऑटो चालकों द्वारा पीछे से आ रही गाडिय़ों और इनको साइड न देना। शहर की सड़क से लेकर चौक-चौराहों पर ऑटो चालकों ने अतिक्रमण जैसे हालात बना दिया हैं। जिस वजह से शहर की आम जनता को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शहर के लोगों का कहना है कि शहर में जितने भी गैरकानूनी तरीके से बिना नंबर प्लेट, बिना ड्राइविंग लाइसैंस और बिना प्रशिक्षण और बिना ट्रैफिक रूल की जानकारी के ऑटो चल रहे हैं। शासन द्वारा जल्द से जल्द ऐसे ऑटो चालकों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
जब इस संबंध में ट्रैफिक एस.एच.ओ. यादविंद्र सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हर महीने 150 से 300 ऑटो चालकों का आई चैकअप और लाइसैंस चैकअप किया गया है जिससे कि उनकी फिटनैस ठीक रहे और वह सड़क पर सावधानी से ऑटो चलाएं। इतना ही नहीं बिना नंबर प्लेट वाले ऑटो चालकों का चालान भी किया जा रहा है। ऑटो चालकों को सख्त निर्देश दिया गया है कि वह ट्रैफिक रूल कि पालन करें और सड़क पर कतार में चलें, जिससे की आम जनता को कोई परेशानी न हो, आगे भी समय-समय पर हर महीने ऑटो चालकों का ट्रैफिक विभाग द्वारा चैकअप करवाया जाता रहेगा।