Edited By Updated: 17 Jan, 2016 11:31 AM

हरियाणा सरकार की ओर से ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान के अंतर्गत क्रियान्वित की गई बहु-आयामी रणनीति के परिणामस्वरूप राज्य में पहली बार गत दिसम्बर माह में जन्म पर लिंगानुपात 1000 लड़कों पर 903 लड़कियों के साथ 900 के आंकड़े को पार कर गया।
चंडीगढ़ (संघी): हरियाणा सरकार की ओर से ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान के अंतर्गत क्रियान्वित की गई बहु-आयामी रणनीति के परिणामस्वरूप राज्य में पहली बार गत दिसम्बर माह में जन्म पर लिंगानुपात 1000 लड़कों पर 903 लड़कियों के साथ 900 के आंकड़े को पार कर गया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आज यहां एक पत्रकार सम्मेलन बड़ी प्रसन्नता के साथ बताया कि गत माह के दौरान राज्य के 12 जिलों में लिंगानुपात का आंकड़ा 900 से अधिक दर्ज किया गया। राज्य सरकार का प्रयास है कि अगले 6 महीने में लिंगानुपात में और अधिक सुधार लाने के लिए कानून व जागरूकता अभियान को और अधिक तेजी से चलाया जाएगा तथा लिंगानुपात का वार्षिक आंकड़ा जो अब 900 है, बढ़कर 950 तक पहुंचाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ कार्यक्रम की सराहना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत सितम्बर माह के फरीदाबाद दौरे के दौरान की थी। उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि पहले हरियाणा बेटियों को मारने के लिए जाना जाता था और अब बेटियों को बचाने के लिए जाना जाता है। हरियाणा के लोग आज अपनी बेटियों के साथ सेल्फी ले रहे हैं व बेटियों की लोहड़ी मना रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि एक वर्ष पहले भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम का शुभारंभ हरियाणा के पानीपत जिले से किया था। इस कार्यक्रम के अंतर्गत सरकार द्वारा पी.सी.पी.एन.डी.टी. अधिनियम व एम.टी.पी. अधिनियम को दृढ़ता से लागू किया गया। लिंग निर्धारण करने जैसा अपराध करने वाले लोगों के विरुद्ध एफ.आई.आर. दर्ज की गई। इसके अलावा लोगों में जागरूकता उत्पन्न करने के लिए जनजागरण अभियान चलाए गए, संगोष्ठियों का आयोजन किया गया, फिल्में दिखाई गई, यात्राएं निकाली गई और प्रदर्शन करके लोगों में बेटी के प्रति जागरूकता उत्पन्न की गई।
मुख्यमंत्री ने बताया कि लिंग की जांच करने वाले लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जा रही है, जिसके अंतर्गत अब तक 57 अल्ट्रासाऊंड मशीनों को सील किया गया तथा 45 क्लीनिकों के लाइसैंस रद्द किए गए। उन्होंने बताया कि पी.सी.पी.एन.डी.टी. अधिनियम व एम.टी.पी. अधिनियम के अंतर्गत 72 मामले दर्ज किए गए हैं और 8 लोगों को सजा हो चुकी है। हरियाणा में महिला सिपाहियों की संख्या के बारे में उन्होंने कहा कि 1000 और महिला सिपाहियों की भर्ती प्रक्रिया आरंभ की जा चुकी है।
राज्य सरकार पुलिस बल में महिलाओं की संख्या में 10 प्रतिशत तक वृद्धि करेगी। बालीवुड अभिनेत्रियों की बजाय हरियाणा की उत्कृष्ट महिला खिलाडिय़ों को ब्रांड एम्बैस्डर बनाने के संबंध में उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने ऐसे ब्रांड एम्बैस्डरों पर कोई राशि नहीं खर्च की है, बल्कि उनकी सेवाएं स्वैच्छिक होती हैं और यदि कोई भी व्यक्ति इस कार्य में अपना सहयोग देता है तो सरकार उसका स्वागत करेगी।
लड़कियों की शिक्षा के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने कन्या महाविद्यालयों की मैपिंग करवाई है और जहां कहीं भी नए महाविद्यालयों की जरूरत होगी, खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि लगभग 25 नए महाविद्यालय खोलने की घोषणा की गई है और जिसमें अधिकांश महिला महाविद्यालय हैं। आगामी वर्ष में ऐसे 8 महाविद्यालय और खोलने की योजना है।
दिसम्बर माह में किस जगह में प्रति हजार लड़कों के पीछे जन्मीं लड़कियों का ब्यौरा इस प्रकार है :
जिला जन्मीं लड़कियां
सिरसा 999
पंचकूला 961
करनाल 959
फतेहाबाद 952
गुडग़ांव 946
सोनीपत 942
जींद 940
रेवाड़ी 931
मेवात 923
भिवानी 912
महेंद्रगढ़ 912
हिसार 906
अम्बाला 896
कुरुक्षेत्र 892
पानीपत 882
पलवल 880
रोहतक 869
यमुनानगर 861
फरीदाबाद 853
कैथल 816
झज्जर 794
गत 5 वर्षों में यह रहा लिंगानुपात :
वर्ष अनुपात
2010 853
2011 838
2012 832
2013 868
2014 871
2015 876
गत 5 माह में औसतन यह रहा लिंगानुपात :
माह अनुपात
अगस्त 868
सितम्बर 865
अक्तूबर 889
नवम्बर 885
दिसम्बर 903