Edited By Isha, Updated: 06 Aug, 2025 01:12 PM

हरियाणा में धान की फसल पर एक नए वायरस का संकट मंडरा रहा है, जिसका नाम है - फिजी वायरस। यह बीमारी अब तक जिले की करीब 550 एकड़ जमीन पर फसलों को नुकसान पहुंचा चुकी है।किसानों की मेहनत और
डेस्क: हरियाणा में धान की फसल पर एक नए वायरस का संकट मंडरा रहा है, जिसका नाम है - फिजी वायरस। यह बीमारी अब तक जिले की करीब 550 एकड़ जमीन पर फसलों को नुकसान पहुंचा चुकी है।किसानों की मेहनत और उम्मीदें दोनों ही इस वायरस की चपेट में आ गई हैं, जिससे खेतों में खड़ी धान की फसल बर्बादी की कगार पर पहुंच गई है। जिला करनाल में अब तक करीब 550 एकड़ भूमि पर इस वायरस का असर देखा गया है. कृषि विभाग हालात पर नजर बनाए हुए है, लेकिन किसानों की चिंता लगातार बढ़ रही है.
करनाल के किसान ने बताया कि वायरस के कारण उनकी फसल बुरी तरह खराब हो चुकी है। कुछ किसानों को तो मजबूरी में पुरानी फसल को नष्ट कर दोबारा बीज बोना पड़ा। जहां पहले एक एकड़ से 28-30 क्विंटल धान निकलता था, अब मुश्किल से 14 क्विंटल तक ही उम्मीद बची है। यानी आधी फसल का नुकसान।किसानों ने कृषि विभाग से संपर्क किया, दवाइयों का भी इस्तेमाल किया, लेकिन कोई असर नहीं हुआय़ हालत ये है कि अब कुछ फसलें सिर्फ इसलिए खेत में बची हैं कि जो भी दाना निकले, वही सही।
इस पूरे मामले पर करनाल के कृषि उप निदेशक वजीर सिंह ने कहा कि विभाग को कई किसानों से शिकायतें मिली हैं। विभाग की टीमें लगातार खेतों का निरीक्षण कर रही हैं. उन्होंने बताया कि यह बीमारी दक्षिणी चावल काली धारीदार बोना वायरस के कारण फैल रही है।