Edited By Shivam, Updated: 09 Mar, 2019 06:48 PM
एक ओर जहां भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में तनाव बढ़ता जा रहा है, वहीं हरियाणा के एक परिवार ने अपने बेटे की शादी पाकिस्तान की एक स्कूली टीचर के साथ तय की है। लोग इस कदम की भी तारीफें भी कर रहे हैं और तनाव के बीच शांति का संदेश देने के लिए मिसाल...
पटियाला(ब्यूरो): एक ओर जहां भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में तनाव बढ़ता जा रहा है, वहीं हरियाणा के एक परिवार ने अपने बेटे की शादी पाकिस्तान की एक स्कूली टीचर के साथ तय की है। लोग इस कदम की भी तारीफें भी कर रहे हैं और तनाव के बीच शांति का संदेश देने के लिए मिसाल मान रहे हैं। अंबाला कैंट के पास पीपला गांव निवासी परविंदर सिंह की शादी सरजीत किरण से तय हुई है।
भारत और पाकिस्तान के संबंधों में बढ़ते तनाव के बीच हरियाणा का एक युवक पाकिस्तानी लड़की से शादी की है। हरियाणा के अंबाला जिले के रहने वाले परविंदर सिंह ने पाकिस्तान के सियालकोट की रहने वाली सरजीत किरण से पटियाला स्थित गुरूद्वारे में सिख रीति रिवाजों के शादी की है। बताया जा रहा है कि प्रेमी जोड़ा 2014 में पहली बार मिला था, जब पाकिस्तानी लड़की सरजीत किरण भारत आई थी।
वहीं शादी को लेकर परिजनों ने कहा कि दोनों परिवारों का बहुत पहले से आना जाना रहा हैए जिसके चलते परविंद्र सिंह और सरजीत किरण ने दोनों परिवारों की सहमति से ही सिख रीति रिवाजों में शादी की है। वहीं परिजनों ने सरजीत के भारत में रहने को लेकर कहा कि ये तो दोनों देशों की असेंबली तय करेगी।
सरजीत किरण के परिजनों ने कहा कि सरजीत और परविंदर की पहले से दूर की रिश्तेदारी है। विभाजन से पहले पंजाब एक ही राज्य हुआ करता था, लेकिन विभाजन के बाद सरजीत का परिवार पाकिस्तना में चल गया, लेकिन दोनों परिवारों में लगातार आना जाना रहता था। जिसके चलते दोनों परिवारों की सहमति से कोशिशों के बाद शादी हो सकी है। वहीं उन्होंने कहा कि भारत पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच शादी को लेकर कहा कि दो देशों की सरकारों के बीच मतभेद हो सकते है लेकिन जनता शांति चाहती है और जनता में कोई मतभेद नहीं हैं।
बता दें कि परविंदर अंबाला जिले के गांव पेपला का रहने वाला है तो वहीं सरजीत किरण पाकिस्तान के सियालकोट जिले के गांव की रहने वाली है। जो एक स्कूल टीचर है। वहीं परविंदर भी प्राईवेट सेक्टर में नौकरी करता है। परमिंदर की शादी अनोखी जरूरी है लेकिन पहली नहीं। इससे पहले भी गुरदासपुर जिले के चौधरी मकबूल अहमद ने संसद पर हमले के बाद 7 दिसंबर 2003 को पाकिस्तानी महिला से शादी की थी।