Edited By Shivam, Updated: 18 Sep, 2019 04:21 PM
हरियाणा विधानसभा चुनावों की घोषणा कुछ ही दिनों में हो सकती है, ऐसे में सियासी पार्टियों की तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। वहीं अभी तक किसी भी पार्टी का किसी से गठबंधन नहीं हुआ। सभी दल अपने दम पर चुनाव लडऩे का दम भर रहे हैं। इसी बीच...
चंडीगढ़(ब्यूरो): हरियाणा विधानसभा चुनावों की घोषणा कुछ ही दिनों में हो सकती है, ऐसे में सियासी पार्टियों की तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। वहीं अभी तक किसी भी पार्टी का किसी से गठबंधन नहीं हुआ। सभी दल अपने दम पर चुनाव लडऩे का दम भर रहे हैं। इसी बीच अकाली दल ने भी भाजपा को चेतावनी दी है कि अगले चार पांच दिन में बात नहीं बनी तो अकाली दल हरियाणा में अकेले चुनाव लड़ेगा।
अकाली दल के नेता बलिविंदर सिंह भुंडर ने बताया कि अकाली दल अकेले चुनाव लडऩे की क्षमता रखता है, भाजपा ने हमारे साथ सीट देने का वायदा किया था। इसको लेकर भाजपा से से बात चल रही है, लेकिन अगर बात नहीं बनी तो अकाली दल जरूर चुनाव लड़ेगा। उन्होंने बताया कि हमारे पास 21 सीट के उम्मीदवार की एप्लिकेशन आ चुकी है।
भुंडर ने हरियाणा में एनआरसी लागू करने को लेकर कहा कि देश मे ऐसे डर का माहौल पैदा नहीं करना चाहिए, जहां बॉर्डर स्टेट है, वहां लागू किया जा सकता है, लेकिन दूसरे राज्यो में ऐसी बात नहीं करनी चाहिए।
गौरतलब है कि शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने मंगलवार को कहा कि वह हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेगा। पार्टी के प्रधान प्रवक्ता हरचरण सिंह बैंस ने कहा कि पार्टी ने 22 सितंबर को कुरुक्षेत्र में कार्यकर्ताओं की एक सभा करने का फैसला लिया है और चुनाव लडऩे के इच्छुक उम्मीदवारों का साक्षात्कार भी किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में अकाली नेता बलविंदर भुंदर की अध्यक्षता में स्क्रीनिंग कमेटी का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि चुनाव लडऩे के इच्छुक उम्मीदवारों को पहले ही 22 सितंबर तक अपने आवेदन जमा कराने के लिये कहा जा चुका है।