Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 27 Mar, 2025 03:41 PM

हर बार की तरह इस बार भी गर्मी में पानी की किल्लत लोगों को झेलनी पड़ सकती है। गुड़गांव निवासियों को नहरी पानी पर्याप्त मात्रा में नहीं मिलेगा। ऐसे में लोगों को पानी की पर्याप्त मात्रा में पूर्ति कराने के लिए धरती का सीना चीरना ही पड़ेगा।
गुड़गांव, (पवन कुमार सेठी): हर बार की तरह इस बार भी गर्मी में पानी की किल्लत लोगों को झेलनी पड़ सकती है। गुड़गांव निवासियों को नहरी पानी पर्याप्त मात्रा में नहीं मिलेगा। ऐसे में लोगों को पानी की पर्याप्त मात्रा में पूर्ति कराने के लिए धरती का सीना चीरना ही पड़ेगा। इससे भूजल स्तर के और अधिक नीचे जाने की संभावना है। अधिकारियों की मानें तो नहरी पानी की पूर्ति करने के लिए 100 MLD का एक प्लांट और बनकर तैयार होने वाला है। ऐसे में इस गर्मी धरती का सीना चीरकर पानी कम ही निकालना पड़ेगा। गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण द्वारा 2031 के मास्टर प्लान के अनुसार पेयजल आपूर्ति करने के लिए कार्य किया जा रहा है जिसके बाद जिसके अनुसार अगले साल ट्यूबवैल के जरिए भूजल नहीं निकाला जाएगा और पूरी तरह से नहरी पानी हर व्यक्ति को मिल पाएगा।
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अधिकारियों की मानें तो साल 2023 में IIT रुड़की की टीम ने शहर का सर्वे किया था। जिसके अनुसार गुड़गांव जिले में पिछले साल तक 700 MLD पानी की जरूरत थी। इस साल इस डिमांड को 740 MLD मानकर कार्य किया जा रहा है। चंदू और बसई वाटर ट्रीटमेंट प्लांट अपनी क्षमता के अनुसार पूरी कैपेसिटी से चल रहे हैं और शहर को 570 MLD पानी की आपूर्ति कर रहे हैं। शेष पानी की पूर्ति नगर निगम द्वारा ट्यूबवैल के माध्यम से की जा रही है।
अधिकारियों ने साफ कर दिया है कि वह साल 2031 के अनुसार गुड़गांव को 1170 MLD पानी देने के लिए कार्य कर रहे हैं। ऐसे में वह हर साल 100 MLD पानी के प्लांट को बनाए जाने की तैयारी कर रहे हैं। अप्रैल माह की शुरूआत में नया 100 MLD का पानी का प्लांट शुरू करने के बाद 70 MLD पानी की आपूर्ति के लिए ट्यूबवैल पर निर्भर रहना होगा, लेकिन अगले साल ट्यूबवैल की निर्भरता को समाप्त कर दिया जाएगा।