Edited By Isha, Updated: 30 Mar, 2025 02:50 PM

शहर के सेक्टर 36-ए की बेटी भूमिका का आइडिया नेशनल इंस्पायर अवॉर्ड के लिए हुआ है। यह आइडिया भूमिका ने सवा साल पहले उस समय भेजा था, जब वह मोखरा स्थित माॅडल स्कूल संस्कृति स्कूल की 10वीं कक्षा में पढ़ती थीं।
रोहतक: शहर के सेक्टर 36-ए की बेटी भूमिका का आइडिया नेशनल इंस्पायर अवॉर्ड के लिए हुआ है। यह आइडिया भूमिका ने सवा साल पहले उस समय भेजा था, जब वह मोखरा स्थित माॅडल स्कूल संस्कृति स्कूल की 10वीं कक्षा में पढ़ती थीं।
वाहन के अंदर घूमने वाली सीट लगाने का विचार
सेक्टर-36 निवासी परविंदर सिंह ने बताया कि वह मोखरा स्थित मॉडल संस्कृति स्कूल में पीजीटी के तौर पर कार्यरत हैं। उनकी बेटी भूमिका ने दिव्यांग और बीमार लोगों के लिए वाहन के अंदर घूमने वाली सीट का आइडिया ऑनलाइन भेजा था। तीन दिन पहले अब पत्र आया है कि आइडिया इंस्पायर अवॉर्ड मानक प्रतियोगिता के तहत नेशनल स्तर पर चयनित हुआ है।
ऐसे दिमाग में आया idea
भूमिका ने बताया कि बीमार व्यक्ति को अगर कहीं जाना होता है तो उसके लिए गाड़ी में बैठने से लेकर अन्य दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में वाहन के अंदर सीट को इस तरह से तैयार किया जाए कि बैठते समय सीट बटन दबाते ही बाहर आ जाए। अब 11वीं की परीक्षा दे चुकी भूमिका ने बताया कि एक बार वह स्कूल जा रही थी। उसने देखा कि बीमार व्यक्ति को काफी मशक्कत के बाद वाहन में बैठाया जा रहा है। तभी उसने सोचा कि क्यों न मरीज को, जिस सीट पर बैठाया जा रहा है, उसे ऐसे तैयार किया जाए कि वह बाहर आ जाए।