Edited By Isha, Updated: 03 Sep, 2025 08:28 AM

शिक्षिका मनीषा मौत मामले में सीबीआई जांच की सुगबुगाहट तेज हो गई है। मृतका के पिता संजय को सीबीआई अधिकारियों ने फोन कर संपर्क साधा है। यह कॉल रविवार को आया था, जिसकी पुष्टि मनीषा के दादा रामकिशन ने की है।
भिवानी: शिक्षिका मनीषा मौत मामले में सीबीआई जांच की सुगबुगाहट तेज हो गई है। मृतका के पिता संजय को सीबीआई अधिकारियों ने फोन कर संपर्क साधा है। यह कॉल रविवार को आया था, जिसकी पुष्टि मनीषा के दादा रामकिशन ने की है। उन्होंने बताया कि कॉल में टीम के जल्द गांव आने की जानकारी दी गई थी, हालांकि अब तक टीम गांव नहीं पहुंची है। रामकिशन का कहना है कि उन्हें अभी तक यह नहीं पता कि सीबीआई जांच कब शुरू करेगी।
वहीं ढाणी लक्ष्मण के सरपंच जयसिंह ने मंगलवार को लोहारू थाने के एसएचओ को पत्र लिखकर स्पष्ट किया कि गांव में मनीषा मौत प्रकरण को लेकर चले आंदोलन और रास्ता जाम को लेकर बनी कमेटी किसी भी मामले में गवाही नहीं देगी।
ढाणी लक्ष्मण के सरपंच जयसिंह ने एसएचओ लोहारू को लिखे पत्र में कहा कि मनीषा मौत मामले को लेकर 19 अगस्त को गांव में धरना चल रहा था। गांव की आम सहमति से चौक पर शाम चार बजे कमेटी का गठन हुआ था। पीड़ित परिवार व धरने से सीबीआई जांच और दिल्ली एम्स से पोस्टमार्टम कराने की मांग रखी गई थी। रात करीब डेढ़ बजे डीसी, एसपी और आला अधिकारियों के साथ वार्ता के बाद मुख्यमंत्री नायब सैनी ने अपने एक्स हैंडल पर सीबीआई जांच के आदेश जारी कर दिए। इसके बाद 20 अगस्त की सुबह छह बजे धरना स्थल पर कमेटी और परिवार के बीच चर्चा हुई और धरना समाप्त कर दिया गया।
20 अगस्त को कमेटी के सदस्य ढिगावा के विश्राम गृह में मौजूद थे। वहां सरपंच और कमेटी सदस्यों ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए एसएचओ लोहारू को प्रार्थना पत्र दिया। इसके बाद परिवार ने आसपास के गांवों और बाहर से आए लोगों से बात कर सहमति से धरना समाप्त कर दिया। सरपंच ने कहा कि धरने के दौरान यदि किसी अज्ञात व्यक्ति ने अराजकता की या रास्ता रोका हो तो कमेटी को इसकी जानकारी नहीं है क्योंकि हरियाणा भर से लोग धरने में शामिल हुए थे। उन्होंने साफ कहा कि कमेटी किसी के खिलाफ गवाही नहीं देगी और यदि भविष्य में कहीं धरना-प्रदर्शन होता है तो कमेटी जिम्मेदार नहीं होगी। इस संबंध में एसपी भिवानी, डीसी भिवानी, एसडीएम लोहारू और डीएसपी लोहारू को भी अवगत कराया गया है।