Edited By Shivam, Updated: 01 Nov, 2020 06:22 PM
निकिता मर्डर केस मे न्याय की मांग की आड़ में करीब 200 प्रदर्शनकारियों द्वारा दुकानों पर पथराव करने/ नेशनल हाईवे जाम करने की कोशिश की गई। रोकने पर असामाजिक तत्वों ने पुलिस पर भी पत्थर बरसाए। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को तितर-बितर किया। वहीं 30...
फरीदाबाद (ब्यूरो): निकिता मर्डर केस मे न्याय की मांग की आड़ में करीब 200 प्रदर्शनकारियों द्वारा दुकानों पर पथराव करने/ नेशनल हाईवे जाम करने की कोशिश की गई। रोकने पर असामाजिक तत्वों ने पुलिस पर भी पत्थर बरसाए। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को तितर-बितर किया। वहीं 30 लोगों को राउंडअप किया गया है बाकी और को चिन्हित किया जा रहा है। इनमें से कई फरीदाबाद से बाहर के हैं।
पूछताछ में ये पता किया जा रहा है कि माहौल खराब करने की साजिश के पीछे कौन है? पुलिस उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करेगी। पथराव में दस पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं। उनका मेडिकल करवाया गया है। माहौल खराब करने वाले राउंडअप किए गए असामाजिक तत्वों में से दो नोएडा से दो गाजियाबाद गौतमबुद्धनगर से तीन दिल्ली से तीन पलवल से एक गुडग़ांव से 2 मेवात से हैं। पुलिस यह लगाने पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इनको किन लोगों ने यहां भेजा था और हाईवे जाम, दुकानों मे तोडफ़ोड़ व पत्थरबाजी करने का इनका मकसद क्या था?
डीसीपी बल्लबगढ़ सुमेर सिंह यादव ने कहा की कानून एवं शांति व्यवस्था को बिगाडऩे वालों के साथ पुलिस सख्ती से निपटेगी, इस तरह की अराजकता शहर में बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पुलिस पीड़ित परिवार के साथ है, दोषियों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी लेकिन धरना प्रदर्शन के नाम पर आम शहरी को परेशानी में ना डालें और कानून व्यवस्था बनाए रखें।
दरअसल, अग्रवाल कालेज की छात्रा निकिता तोमर की हत्या को लेकर बल्लभगढ़ के दशहरा मैदान में रविवार को बुलाई गई पंचायत में हंगामा होने के बाद उग्र लोगों ने फरीदाबाद-बल्लभगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर उतरकर उसे जाम कर दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने एक समुदाय विशेष के होटल में भी तोडफ़ोड़ की, जिससे दूसरे समुदाय के लोगों ने भी पथराव कर दिया। मामला बढ़ता देख भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा और स्थिति को काबू करने में जुट गया। इस तरह मामले ने सांप्रदायिक रूप ले लिया, हालांकि अभी स्थिति काबू में है।