Edited By Manisha rana, Updated: 26 May, 2025 11:17 AM

टोहाना के गांव बिढाईखेड़ा में परंपरागत खेती को छोड़कर किसान बागवानी की तरफ अपना रुख का रहे है जिसके चलते विनोद सहरावत द्वारा करीबन 70 एकड़ में अमरूद का बाग लगाया गया है।
टोहाना (सुशील सिंगला) : टोहाना के गांव बिढाईखेड़ा में परंपरागत खेती को छोड़कर किसान बागवानी की तरफ अपना रुख का रहे है जिसके चलते विनोद सहरावत द्वारा करीबन 70 एकड़ में अमरूद का बाग लगाया गया है। उन्होंने अपनी माता शारदा के नाम से शारदा फ्रूट नर्सरी का निर्माण किया, जहां हर साल करीबन 35 हजार फल के पौधे लगाकर अन्य किसानों को भी धान की फसल छोड़कर बाग लगाने के लिए प्रेरित कर रहे है।
विनोद कुमार ने बताया कि वह इस नर्सरी के माध्यम से करीबन दो लाख की इनकम कर रहे है। विनोद ने बताया कि नर्सरी में अमरूद के 20,000, किन्नू 5000, माल्टा 3000, नींबू 7000 पौधे लगाए गए है। इस बाग में अमरूद के पौधे जनवरी माह में लगाए गए थे जो मई में तैयार हो गए थे। इस पौधे को तैयार करने में करीबन 25 रुपए खर्च आता है जिसे 80 रुपए में बेचा जाता है। सरकार द्वारा इस योजना को प्रोत्साहन देने के लिए किसान को अमरूद के पौधे में 75 रुपए प्रति पौधा सब्सिडी, किन्नू के पौधे में 100 रुपए सब्सिडी दी जाती है।
वहीं खेती को करने के लिए पानी का टैंक बनाने पर 90 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है। ड्रिप से खेती करवाने पर किसान को 80 प्रतिशत सब्सिडी मिलती है। कैथल के झाड़ोला से अमरूद के पौधे लेने आए किसान मुल्तान ने बताया कि सरकार द्वारा किसानों को प्रोत्साहन दिया जाता हैं जिसके चलते किसान अब बाग लगाने की और आगे बढ़ रहे है। वे पिछले साल ढाई एकड़ में बाग लगाकर 9 लाख रूपये कमा रहे थे अब 4 एकड़ में और बाग लगा रहे है।
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