Edited By Manisha rana, Updated: 28 May, 2025 11:01 AM

हरियाणा के कैथल जिले का बेटा गुरमीत देश की सेवा करते हुए जम्मू-कश्मीर में शहीद हो गया।
कैथल (जयपाल रसूलपुर) : हरियाणा के कैथल जिले का बेटा गुरमीत देश की सेवा करते हुए जम्मू-कश्मीर में शहीद हो गया। शहीद की पार्थिव देह आज पुंडरी उपमंडल के करोड़ा गांव में उनके घर पहुंची, जहां पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। गुरमीत का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में गांववासी, सैन्य अधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। देशभक्ति के नारों और नम आंखों के साथ लोगों ने अपने वीर सपूत को अंतिम विदाई दी।
गुरमीत 2017 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे और जम्मू-कश्मीर में 20वीं बटालियन ग्रेनेडियर रेजिमेंट में सेवारत थे। शहीद की अभी शादी भी नहीं हुई थी। परिवार में उनके माता-पिता और एक बड़ा भाई कुलदीप हैं। पिता खेती-किसानी करते हैं। परिवार में गमगीन माहौल है, लेकिन बेटे की शहादत पर गर्व भी है।
गुरमीत अमर रहे के गुंजे नारे
गांव में गुरमीत को अंतिम विदाई देने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। हर आंख नम थी, लेकिन सीना गर्व से चौड़ा भी। फूलों से सजी सेना की गाड़ी में उनका पार्थिव शरीर जैसे ही गांव पहुंचा, लोगों ने “भारत माता की जय” और “गुरमीत अमर रहे” के नारों से वातावरण गुंजा दिया। शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए स्थानीय प्रशासन, सेना के अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी पहुंचे।
भाई बोला- हमें शहादत पर गर्व है
शहीद के भाई कुलदीप ने बताया कि मंगलवार को परिवार को गुरमीत की शहादत की सूचना मिली थी। इसके बाद जम्मू-कश्मीर में पोस्टमॉर्टम हुआ और आज गुरमीत का पार्थिव देह कैथल पहुंचा। उन्होंने कहा कि “हमें अपने भाई की शहादत पर गर्व है। वह हमेशा से देश सेवा को अपना धर्म मानते थे। उन्होंने युवाओं को भी देशभक्ति की प्रेरणा दी है।”
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