Edited By Yakeen Kumar, Updated: 07 Mar, 2025 05:55 PM

हरियाणा प्रदेश की उप्पाध्यक्ष बन्तो कटारिया ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस बधाई देते हुए कहा प्रतिवर्ष अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को मनाया जाता हैं। महिला दिवस महज एक दिन का उत्सव नहीं है,
चंडीगढ़ (चंद्र शेखर धरणी) : हरियाणा प्रदेश की उप्पाध्यक्ष बन्तो कटारिया ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस बधाई देते हुए कहा प्रतिवर्ष अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को मनाया जाता हैं। महिला दिवस महज एक दिन का उत्सव नहीं है, बल्कि महिला सशक्तिकरण और समानता की दिशा में एक कदम है। बन्तो कटारिया ने कहा समाज को तब तक विकसित नहीं किया जा सकता, जब तक महिलाएं हर क्षेत्र में स्वतंत्र और सशक्त न हो जाएं।
उन्होने कहा, महिलाओं के अधिकारों, समानता और उनके योगदान को सम्मान देने के लिए दुनियाभर के तमाम देश हर साल अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाते हैं। इस दिन को मनाने का उद्देश्य समाज में महिलाओं की भूमिका को स्वीकार करना और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना है।
बन्तो कटारिया ने कहा बताया महिला दिवस मनाने की शुरुआत 20वीं सदी से हुई थी। 1908 में अमेरिका में कामकाजी महिलाओं ने कम वेतन, लंबे कार्य घंटे और मतदान के अधिकार की मांग को लेकर न्यूयॉर्क में प्रदर्शन किया। बन्तो कटारिया ने कहा हर साल महिला दिवस के मौके पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया जाता है। वहीं महिला अधिकारों और जागरूकता के लिए रैलियां और सेमिनार जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। महिलाओं के स्वास्थ्य, शिक्षा और करियर से जुड़े विषयों पर चर्चा होती है।
बन्तो कटारिया ने कहा, "आज देश में ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है, जिसमें महिलाएं पीछे हों। जिन क्षेत्रों में महिलाओं ने अपनी नेतृत्व क्षमता दिखाई है, वे हैं प्राकृतिक खेती, जल संरक्षण और स्वच्छता। रसायनों के उपयोग के कारण हमारी धरती माता को नुकसान हो रहा है। देश की नारी शक्ति इस नुकसान से राहत दिलाने में बड़ी भूमिका निभा रही है।"
उन्होनें कहा कि मोदी सरकार साथ हरियाणा प्रदेश की नायब सरकार द्वारा शुरू की गई 'नमो ड्रोन दीदी' योजना पर भी प्रकाश डाला और कहा कि इस पहल से ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं के जीवन में बदलाव आया है। साथ ही सरकार की नीतियों और कल्याणकारी योजनाओं का लाभ महिलाओ को मिल रहा हैं। जैसे : हर घर-हर गृहिणी योजना’ के तहत रु. 500 में गैस सिलेंडर अब तक 13 लाख गरीब परिवारों को मिल चूका हैं l स्वयं सहायता समूहों की 1.85 लाख महिलाओ को बनाया लखपति दीदी, धानमंत्री मातृ वन्दना योजना, बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना, आदि l बन्तो कटारिया ने कहा भारतीय संस्कृति में महिलाओं के सम्मान को हमेशा से ही महत्व दिया जाता है। भारत में महिला को देवी के सामान पूजा जाता है। एक तरह से किसी भी समृद्ध घर के लिए महिला एक लक्ष्मी के रूप में होती है।
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