Edited By Manisha rana, Updated: 01 Jun, 2024 12:44 PM
जिला परिषद में हुए सात करोड़ रुपये के सफाई घोटाले में सात आरोपी रिमांड पर चल रहे हैं। पूछताछ के बाद आरोपियों को दोबारा से अदालत में पेश किए जाएंगे। पकड़े गए अधिकारियों व ठेकेदारों से रिकवरी को लेकर एंटी करप्शन ब्यूरो पूछताछ कर रही है। अन्य आरोपियों...
कैथल (जयपाल रसूलपुर) : जिला परिषद में हुए सात करोड़ रुपये के सफाई घोटाले में सात आरोपी रिमांड पर चल रहे हैं। पूछताछ के बाद आरोपियों को दोबारा से अदालत में पेश किए जाएंगे। पकड़े गए अधिकारियों व ठेकेदारों से रिकवरी को लेकर एंटी करप्शन ब्यूरो पूछताछ कर रही है। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम वीरवार को दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश सहित अन्य ठिकानों पर गई। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि 151 पंचायतों में सफाई का कार्य दिखा गया है। जिसमे एक पंचायत में नौ लाख 9 हजार 999 रुपये का काम दिखाया है ताकि बिल पास होने पर समस्या न आए। घोटाले को अंजाम देते हुए इस तरह से सिस्टम का मजाक बनाया गया कि रिकार्ड देखने वाला भी चौंक जाए। एक समय में गांव में 150 जे.सी.बी मशीन, 70 पोकलेन व एक हजार ट्रैक्टर-ट्राली चलते हुए दिखाए गए हैं। इतने आसपास के तीन जिलों में भी नही हैं। बिल में पोकलेन का किराया 1500 रुपये तो जे.सी.बी 974 प्रति घंटा का खर्च दिखाया गया है।
सीवन ब्लॉक
फर्म शिव इंटरप्राइजेज फर्म द्वारा 17 फरवरी 2021 के बिल में गांव आन्धली में 192 घंटे पोकलेन व 1250 ट्रैक्टर-ट्राली। सत्यम कंस्ट्रक्शन द्वारा भी 17 फरवरी को इसी गांव में 168 घंटे जे.सी.बी व 350 ट्रैक्टर-ट्राली और 25 टैंकर दूषित पानी निकालने के लिए लगे दिखाए। इस फर्म द्वारा फिरोजपुर गांव में 17 फरवरी को ही 120 घंटे जे.सी.बी, 425 ट्रैक्टर-ट्राली व 35 टैंकर दिखाए। सत्यम कंस्ट्रक्शन द्वारा गांव खानपुर में 17 फरवरी को 196 घंटे जे.सी.बी, 150 घंटे पोकलेन और 150 ट्रैक्टर-ट्राली, 25 टैंकर दिखाए गए। इस फर्म द्वारा गांव मलिकपुर में भी इसी दिन 96 घंटे जे.सी.बी, 50 टैंकर दूषित पानी, 250 ट्रैक्टर-ट्राली। उस समय सीवन में ग्राम पंचायत थी। 17 फरवरी को 168 जे.सी.बी, 650 ट्रैक्टर-ट्राली¸ व 70 टैंकर दूषित पानी निकालने के दिखाए गए।
कलायत ब्लॉक
शिव इंटर इंटरप्राइजेज द्वारा बडसीकरी खुर्द में 17 फरवरी के बिल में 216 घंटे जे.सी.बी, ट्रैक्टर-ट्राली, 45 टैंकर दिखाए गए। गांव बालू गदला में इसी दिन 240 घंटे जे.सी.बी, 445 ट्रैक्टर-ट्राली, 25 टैंकर पानी, वहीं बालू गांव में ही रापडिया पट्टी में उसी दिन 120 घंटे जे.सी.बी, 45 टैंकर, 145 ट्रैक्टर-ट्राली दिखाई। दी कैथल सरस्वती को ऑपरेटिव सोसाइटी द्वारा गांव कुराड में 17 फरवरी को 72 पोकलेन,144 घंटे जे.सी.बी, 55 टैंकर, 450 ट्रैक्टर-ट्राली दिखाई। दुसरे बिल में भी यही संख्या दिखाई गई। भारत प्रोजेक्ट ने मंगल पट्टी जाखोली में लगातार 60 घंटे जे.सी.बी चलती दिखाई।
राजौंद ब्लॉक
सत्यम इंटरप्राइजेज फर्म द्वारा गांव नंदकरण माजरा में 17 फरवरी के बिल में 120 घंटे जे.सी.बी, 300 ट्रैक्टर-ट्राली, 25 टेंकर, व शिव इंटर इंटरप्राइजेज फर्म द्वारा गांव संतोख माजरा में 17 फरवरी के बिल में 2004 प्रति घंटा के हिसाब से 192 घंटे पोकलेन, 50 टैंकर, 625 ट्रैक्टर-ट्राली दिखाई। भारत प्रोजेक्ट द्वारा सोंगल में 18 फरवरी के बिल में 150 घंटे जे.सी.बी, 50 टैंकर, 150 ट्रैक्टर-ट्राली दिखाई। आरोपी दिलबाग ढुल के गांव फरियाबाद में शिव इंटरप्राइजेज फर्म ने 17 फरवरी को 168 घंटे पोकलेन, 750 ट्रैक्टर-ट्राली दिखाई जबकि पुरे गांव की आबादी आबादी चार हजार के करीब है।
कैथल ब्लॉक
रोहताश गवर्मेंट ठेकेदार फर्म द्वारा गांव क्योड़क में 11 मार्च को 45 घंटे जे.सी.बी,145 ट्रैक्टर-ट्राली दिखाई। सत्यम कंस्ट्रक्शन द्वारा गांव खुराना में 4 मार्च को 72 घंटे जे.सी.बी, 1241 प्रति डम्फर के हिसाब से 78 बड़े डम्फर, 65 टेंकर दिखाए गए। सत्यम कंस्ट्रक्शन द्वारा ही गांव बलवंती में 4 मार्च के बिल में 72 घंटे जे.सी.बी, 78 डम्पर (1241 प्रति डम्पर), 65 टैंकर पानी के दिखाए गए। रोहताश गवर्नमेंट ठेकेदार फर्म द्वारा गांव सारन में 22 फरवरी के बिल में 38 घंटे जे.सी.बी, 50 ट्रैक्टर-ट्राली, 18 टैंकर दूषित पानी निकला दिखाया। भारत प्रोजेक्ट फर्म द्वारा गांव कठवाड में 26 फरवरी के बिल अनुसार 40 घंटे जे.सी.बी, 135 ट्रैक्टर-ट्राली, 50 टैंकर पानी निकला दिखाया। सत्यम कंस्ट्रक्शन द्वारा डेरा गदला में 40 घंटे पोकलेन, 60 घंटे जे.सी.बी, 245 ट्रैक्टर-ट्राली, 25 टैंकर दूषित पानी निकाला दिखाया। वहीं कुतुबपुर में 145 घंटे जे.सी.बी, 125 ट्रैक्टर-ट्राली, 50 टैंकर दूषित पानी निकाला दिखाया गया।
गुहला ब्लॉक
शिव इंटरप्राइजेज फर्म द्वारा गांव खरौदी में 7 मार्च के बिल अनुसार 48 घंटे जे.सी.बी, 185 ट्रैक्टर-ट्राली सफाई के लिए प्रयोग की गई दिखाई। इसी फर्म द्वारा द्वारा थे बुटाना गांव में 5 मार्च के बिल में 56 घंटे जे.सी.बी, 145 ट्रैक्टर-ट्राली, 33 दूषित पानी के टैंकर निकालते हुए दिखाए गए हैं।
पूंडरी ब्लॉक
भारत प्रोजेक्ट फर्म द्वारा गांव फ़तेहपूर में 14 मार्च के बिल अनुसार 130 घंटे जे.सी.बी, 525 ट्रैक्टर-ट्राली, 95 टेंकर। सत्यम कंस्ट्रक्शन द्वारा गांव फ़तेहपूर में 2 मार्च के बिल में 115 घंटे जे.सी.बी, 360 ट्रैक्टर-ट्राली, 75 टेंकर दूषित पानी निकला दिखाया गया। इसी तरह गांव पाई में तेजस कंक्रीट द्वारा 1 मार्च के बिल में 70 घंटे जे.सी.बी, 95 बडे डंपर (1060 प्रति डम्पर) बिलों में दिखाए गए। रोहताश गवर्नमेंट ठेकेदार भी पाई गांव में 14 मार्च के बिल अनुसार 115 घंटे जे.सी.बी, 485 ट्रैक्टर ट्राली, 95 टैंकर दूषित पानी के निकले हुए दिखाए गए।
ढांड ब्लॉक
तेजस कंक्रीट फर्म द्वारा गांव चन्दलाना में 4 मार्च के बिल अनुसार 30 घंटे जे.सी.बी,145 ट्रैक्टर-ट्राली दिखाए गए। वाशु कंस्ट्रक्शन द्वारा गांव ढांड में 21 फरवरी बिल में 165 घंटे जे.सी.बी, 375 ट्रैक्टर-ट्राली, 125 टेंकर। वाशु कंस्ट्रक्शन ने गांव फरल में 21 फरवरी के बिल में 95 घंटे जे.सी.बी, 450 ट्रैक्टर-ट्राली, 115 टैंकर दिखाए। इसी फर्म गांव जड़ौला में 1 मार्च के बिल अनुसार 75 घंटे जे.सी.बी, 135 ट्रैक्टर-ट्राली, 45 टैंकर दूषित पानी के दिखाए।
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