Edited By vinod kumar, Updated: 10 Jun, 2021 07:36 PM
मेवात जिले के पिनगवां कस्बे से पापड़ा गांव को जाने वाले रास्ते पर दिनदहाड़े हनीफ का उसके मकान के सामने से गाड़ी में सवार होकर आए चार बदमाशों ने फिल्मी स्टाइल में हथियार के बल पर जबरन अपहरण कर लिया। हनीफ को अपहरण करने के बाद मारपीट करते हुए दिल्ली ले...
नूंह (एके बघेल): मेवात जिले के पिनगवां कस्बे से पापड़ा गांव को जाने वाले रास्ते पर दिनदहाड़े हनीफ का उसके मकान के सामने से गाड़ी में सवार होकर आए चार बदमाशों ने फिल्मी स्टाइल में हथियार के बल पर जबरन अपहरण कर लिया। हनीफ को अपहरण करने के बाद मारपीट करते हुए दिल्ली ले जाया गया और वहां ले जाकर एक मकान में बंद कर दिया। बदमाशों ने इसी दौरान हनीफ से 20 लाख रुपए की फिरौती मांगी। लेकिन उसने 20 लाख रुपए देने से साफ इंकार कर दिया।
इसी दौरान बदमाशों ने 41 हजार नकदी के अलावा मोबाइल भी छीन लिया। जब हनीफ कमरे में बंद था, तो उसी दौरान दो बदमाश खाना लेने के लिए मार्केट चले गए। हनीफ ने बाकि बचे दो बदमाशों से स्नान तथा शौच करने के लिए कहा। जिन्होंने उसे इजाजत दे दी। वहीं से हनीफ जैसे-तैसे मकान से नीचे छलांग लगाकर नीचे कूद गया। अर्धनग्न अवस्था में जान बचाकर भाग रहे हनीफ ने मदद भीड़ से मांगी, लेकिन कोई आगे नहीं आया। कुछ दूर जाकर एक बुजुर्ग शख्स ने मदद की।
खाना खाने तक की बात कहते हुए पुलिस को फोन कर बुलाया। उस समय उसको पता चला कि वह वजीराबाद इलाके में अक्शा मस्जिद गली नंबर 6 में पहुंच गया। दिल्ली पुलिस को पीड़ित ने आपबीती सुनाई और पुलिस उसे लेकर घटनास्थल को खोजने के लिए गलियों की खाक छानती रही। तब जाकर एक चश्मदीद ने पुलिस को बताया कि इस मकान से एक व्यक्ति ने छलांग लगाई। दिल्ली पुलिस ने मेवात पुलिस से संपर्क कर बुलाया और पिनगवां पुलिस के हवाले हनीफ को कर दिया।
हनीफ ने पिनगवां पुलिस को बताया कि उसके अपहरण-फिरौती की घटना के पीछे किसी की साजिश है। पुरानी रंजिश से भी इंकार नही किया जा सकता। पिनगवां पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ अपहरण इत्यादि धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है। हनीफ के अपहरण की कुछ तस्वीर सीसीटीवी में भी कैद हो गई। जिनकी मदद से पिनगवां पुलिस को बदमाशों तक पहुंचने में मदद मिल सकती है।
हनीफ के चश्मदीद पुत्र वसीम ने अपहरणकर्ताओं से पिता को छुड़ाने की कोशिश की, तो गोली चलाने की धमकी दी गई और गाड़ी को तेज रफ्तार में भगा ले गए। वसीम ने बाइक से भी पीछा किया, लेकिन तब तक बदमाश उनके पिता हनीफ को लेकर काफी दूर पहुंच चुके थे। कुल मिलाकर हनीफ अपने बच्चों की दुआओं से सकुशल अपने घर लौट आया है। उससे मिलने वालों की घर भीड़ जुटी हुई है। दिनदहाड़े हुए इस अपहरण की घटना से पुलिस की कार्यशैली पर सवाल तो जरूर खड़े होते हैं।