Edited By vinod kumar, Updated: 05 Nov, 2020 08:02 PM
हरियाणा विधानसभा सत्र के पहले दिन पंजाब के साथ विधानसभा परिसर के हिस्से का मुद्दा गूंजा। इस दौरान पंजाब विधानसभा से हरियाणा का हिस्सा खाली करने की मांग की गई। हरियाण ने अपने हिस्से के कुल 20 कमरों पर पंजाब का अवैध कब्जा बताया है, इसको लेकर सदन में...
चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा विधानसभा सत्र के पहले दिन पंजाब के साथ विधानसभा परिसर के हिस्से का मुद्दा गूंजा। इस दौरान पंजाब विधानसभा से हरियाणा का हिस्सा खाली करने की मांग की गई। हरियाणा ने अपने हिस्से के कुल 20 कमरों पर पंजाब का अवैध कब्जा बताया है, इसको लेकर सदन में प्रस्ताव भी पेश किया गया। जिसको ध्वनीमत से पारित कर दिया। प्रस्ताव में बताया गया कि हरियाणा को विधानसभा परिसर का अपना पूरा हिस्सा अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है।
प्रस्ताव के अनुसार विधानसभा का कुल क्षेत्रफल 66430 स्क्वायर फीट है। जिसमें से 30890 स्क्वायर फाट पंजाब विधानसभा सचिवालय को दिया गया, जबकि 10910 स्क्वायर फीट हिस्सा पंजाब विधान परिषद सचिवालय को दिया गया और 24630 स्क्वायर फीट हरियाणा विधानसभा सचिवालय को दिया गया।
इस प्रस्ताव में जिक्र किया गया है कि बेसमेंट कक्ष संख्या 23, 24, 25 और 26 हरियाणा के हिस्से में आए थे, मगर कमरा नम्बर 23 और 26 आज भी पंजाब विधानसभा के कब्जे में हैं। इसके इलावा ग्राउंड फ्लोर कमरा नम्बर 27, 28, 29 और 30 जो हरियाणा के हिस्से में आए थे उन पर भी पंजाब का कब्जा है।
पहली मंजिल पर कमरा नम्बर 100 से लेकर 104, 106 से लेकर 113 जो हरियाणा के हिस्से में थे, वो आज भी पंजाब के कब्जे में हैं। वहीं दूसरी मंजिल पर हरियाणा के हिस्से के कमरा नम्बर 154, 155, 156, 158, 159, और 160 भी पंजाब विधानसभा के पास हैं। प्रस्ताव में पंजाब से अनुरोध किया गया कि हरियाणा का हिस्सा खाली करे।