Edited By Isha, Updated: 01 Jun, 2025 01:48 PM

स्वास्थ्य विभाग का हेल्पलाइन नंबर 104 मरीजों के लिए रामबाण साबित हो रहा है। इस हेल्पलाइन नंबर की मदद से मरीजों को दवाएं, बेड की समस्या हल होने के साथ डॉक्टरों की सीधी बुकिंग जैसी सुविधा मिल रही हैं। वहीं, डॉक्टरों के बुरे बर्ताव संबंधी शिकायतें सीधी...
चंडीगढ़: स्वास्थ्य विभाग का हेल्पलाइन नंबर 104 मरीजों के लिए रामबाण साबित हो रहा है। इस हेल्पलाइन नंबर की मदद से मरीजों को दवाएं, बेड की समस्या हल होने के साथ डॉक्टरों की सीधी बुकिंग जैसी सुविधा मिल रही हैं। वहीं, डॉक्टरों के बुरे बर्ताव संबंधी शिकायतें सीधी दर्ज हो रही हैं। इन शिकायतों पर डॉक्टरों को हिदायत जारी कर मुख्यालय से उनके सिविल सर्जन को भी रिपोर्ट भेजी जा रही है।
राज्य की स्वास्थ्य मंत्री राव आरती सिंह ने 21 मार्च को हेल्पलाइन नंबर 104 लॉन्च किया था। इसका मकसद मरीजों की स्वास्थ्य संबंधित शिकायतों को दर्ज कर उनकी समस्या को हल करवाना था। घर बैठे मरीज डॉक्टरों की अप्वाइंटमेंट भी ले सकते हैं। वहीं, मरीज घर से ही यह भी जान सकता है कि सरकारी अस्पताल में स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की ओपीडी कब-कब लगती है, लैब में कौन से टेस्ट होते हैं, अस्पताल में सिजेरियन की सुविधा उपलब्ध है या नहीं। हेल्पलाइन नंबर पर दो महीने में 20067 कॉल आई हैं। इनमें से 6640 कॉल सिर्फ डॉक्टरों के अप्वाइंटमेंट की थी।
मरीजों ने नंबर डायल कर अपने डॉक्टर की सीधी अप्वाइंटमेंट ली। अप्वाइंटमेंट की यह सुविधा अभी 54 अस्पताल में उपलब्ध है। वहीं, अब तक 5410 कॉलरों को फोन कर उनसे फीडबैक लिया गया है, जिनमें से 5032 कॉलरों ने संतुष्टि जताई है।
स्वास्थ्य निदेशक डॉ. मनीष बंसल ने बताया, 104 हेल्पलाइन नंबर का काफी अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। हमारी कोशिश है कि हेल्पलाइन पर जो मरीज अपना दुख व दर्द बताते हैं, उसका निवारण कर उनकी संतुष्टि की जाए। हेल्पलाइन व्यवस्था के नोडल अधिकारी डॉ यादविंद्र सिंह हैं, जिनकी देखरेख में पूरा कॉल सेंटर संचालित किया जा रहा है। इसमें 15 कॉलर हैं, जो कॉल को अटेंड करते हैं।
एक सीनियर सिटीजन मरीज ने 104 नंबर पर शिकायत दर्ज कराई कि डॉक्टर ने उसके साथ अभद्रता की है। शिकायत मिलते ही संबंधित डॉक्टर से जवाब मांग लिया गया। डॉक्टर से जवाब मिलने के बाद उन्हें हिदायत दी गई कि मरीजों के साथ अच्छा व्यवहार करें।