Edited By vinod kumar, Updated: 04 Aug, 2020 12:02 PM
पानीपत के बिंझौल में तीन बच्चों की मौत के मामले में गत दिनों पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज के प्रकरण में करनाल एस.पी. सुरेंद्र भौरिया ने गृह मंत्री अनिल विज को अपनी अंतरिम रिपोर्ट सोमवार देर शाम सौंप दी है। एस.पी. भौरिया ने मामले की तह तक जांच के...
चंडीगढ़ ( पांडेय): पानीपत के बिंझौल में तीन बच्चों की मौत के मामले में गत दिनों पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज के प्रकरण में करनाल एस.पी. सुरेंद्र भौरिया ने गृह मंत्री अनिल विज को अपनी अंतरिम रिपोर्ट सोमवार देर शाम सौंप दी है। एस.पी. भौरिया ने मामले की तह तक जांच के लिए 3 सप्ताह का समय मांगा है सूत्रों की माने तो एसपी ने कहा कि इस मामले में कई पहलू सामने आए हैं। ऐसे में पूरे प्रकरण की गहराई तक बिना जांच किए रिपोर्ट नहीं दी जा सकती है।
बता दें कि गांव बिझौल के 3 मासूमों की मौत के मामले में हत्यारोपियों की गिरफ्तारी तीन सप्ताह बाद भी न होने के चलते कुछ दिन पहले ग्रामीणों ने जी.टी. पर पहुंचकर जाम लगाया था। प्रदर्शनकारियों ने करनाल के सांसद संजय भाटिया, करनाल आईजी भारती अरोड़ा व पानीपत पुलिस के खिलाफ जमकर भड़ास निकालते हुए मुर्दाबाद की नारे लगाए थे। प्रदर्शन करते हुए ग्रामीण जी.टी. रोड पर ही धरने पर बैठ गए। इससे जी.टी. रोड पर करीब 8 किलोमीटर लम्बा जाम लग गया।
सूचना पाकर ड्यूटी मैजिस्ट्रेट नवयुक्ति एस.डी.एम. स्वप्निल रविन्द्र पाटिल, तहसीलदार कुलदीप मलिक, 5 डी.एस.पी., 12 स्थानों के प्रभारी, तीनों सीआईए, स्पैशल स्टाफ सेल मौके पर पहुंचे। स्थिति को देखते हुए भारी पुलिस बल को मौके पर बुलाया गया। इसी दैरान प्रदर्शनकारियों की धरना खत्म करने को लेकर अधिकारियों से बहस हो गई। सी.आई.ए. के इंस्पैक्टर राजपाल सिंह के हैल्मेट पर स्ट्र्रीट लाइट की ट्यूब से हमला किया गया जिससे उन्हें चोटें लगी। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को दौड़ा-दौड़ा तक पीटा, जिसके चलते थोड़ी देर बाद सड़क पर केवल प्रदर्शकारियों के जूते-चप्पल, बैनर, झाडू आदि ही बिखरे हुए दिखाई दिए तथा पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को वहां से खदेड़ कर जाम खुलावाया।
प्रदर्शकारियों द्वारा करीब 30 वाहनों को निशाना बनाते हुए तोड़फोड़ की गई है, जिसमें पुलिसके 5-6 निजी वाहन, एक पी.सी.आर., एक मिनी बस, एक बस तथा एलिवेटिड ओवरब्रिज के नीचे बने टैक्सी स्टैंड पर खड़ी करीब 20-22 टैक्सियों को भी काफी क्षति पहुंचाई गई है। टैक्सी चालकों ने भी प्रदर्शनकारियों के उग्र रुप को देखते हुए मौके से भागकर अपनी जान बचाई। प्रदर्शनकारियों को खदेड़े जाने के बाद जी.टी. रोड पर जगह-जगह ईंट-पत्थर बिखरे देखे गए।