Edited By Yakeen Kumar, Updated: 11 Dec, 2024 07:12 PM
हरियाणा के रोहतक के रहने वाले ने एक फौजी ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। फौजी ने बेंगलुरु में 2349 मीटर तक बिना हाथ लगाए एक टायर पर बाइक चलाकर यह वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है।
रोहतक : हरियाणा के रोहतक के रहने वाले ने एक फौजी ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। फौजी ने बेंगलुरु में 2349 मीटर तक बिना हाथ लगाए एक टायर पर बाइक चलाकर यह वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने बीते मंगलवार को बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेसवे पर 3 मिनट 54 सेकेंड तक करीब 40 की स्पीड से बाइक चलाई। जिससे उनका नाम वर्ल्ड गिनीज बुक रिकॉर्ड में भी दर्ज हो गया है।
इस अचिवमेंट के लिए मनीष लगातार 6 महीने से प्रैक्टिस कर रहा थे। इस प्रैक्टिस को दौरान गिरे भी लेकिन संघर्ष जारी रहा। मनीष जून में आखिरी बार घर पर गए थे।
बता दें कि रिकॉर्ड बनाने वाले फौजी मनीष रोहतक के गांव जींदराण के रहने वाले हैं। मनीष 13 साले पहले आर्मी में भर्ती हुए थे। उनकी ड्यूटी कर्नाटक के बेंगलुरु में ही है। मनीष के मुताबिक इससे पहले भी कई इवेंट में बाइक से स्टंट कर चुके हैं। आर्मी की टीम के साथ कई जगह 100-150 बार स्टंट कर चुके हैं।
शुरू में लगता था डर
मनीष ने बताया कि उन्हें बचपन से ही बाइक चलाने का शौक था। 2011 में आर्मी में भर्ती हुआ। सेना में भर्ती होने के बाद आर्मी की बाइक स्टंट टीम को देखा और उसमें शामिल होने का मन बना। 2014 में आर्मी की बाइक स्टंट टीम में शामिल हो गया। इसके बाद निरंतर अभ्यास करने लगा। उन्होनें बताया कि शुरू में तो डर लगता था। पहले हाथ भी नहीं छूटते थे, लेकिन लगातार अभ्यास जारी रखा। इसके बाद थोड़ा-थोड़ा करके चलाना शुरू कर दिया।
हेलमेट समेत सभी सेफ्टी उपकरण करते हैं इस्तेमाल
मनीष राठी ने कहा कि हाथ छोड़कर एक टायर पर बाइक चलाने का रिकॉर्ड शुरू में 125 मीटर का एक भारतीय ने ही बनाया था। इसके बाद 567 मीटर और फिर 580 मीटर का रिकॉर्ड बना। अब रिकॉर्ड को तोड़कर 2349 मीटर तक बाइक चलाई है। इसके लिए वे पिछले करीब 6 माह से लगातार तैयारी कर रहे थे। हर रोज 2-3 घंटे तक प्रैक्टिस करते। उन्होनें कहा कि वे हेलमेट समेत सभी सेफ्टी उपकरण पहनकर ही बाइक चलाते हैं। जिस रोड पर बाइक से स्टंट किया है, उसकी भी अनुमति ली गई थी।
उन्होनें बताया कि उनके 2 भाई और 2 बहनें हैं, जो शादीशुदा हैं। वह सबसे छोटे हैं। 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद आर्मी में भर्ती हुए थे। आर्मी में जाने से पहले कुश्ती भी खेलते थे और 2-3 साल तक पहलवानी भी की है।
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