Edited By Deepak Paul, Updated: 28 Jan, 2019 11:07 AM
खरक के पास प्लास्टिक के ड्रम में मिले तीनों शवों के मामले में पुलिस के सामने अब तक जो कहानी उभरकर सामने आई है वह जितनी रोचक है उतनी ही कू्ररता भरी भी है। इस मामले में पुलिस के हाथ आए आरोपियों ने बताया कि मृतक महिला शहर में कूड़ा बीनकर उससे निकलने...
भिवानी(अशोक भारद्वाज): खरक के पास प्लास्टिक के ड्रम में मिले तीनों शवों के मामले में पुलिस के सामने अब तक जो कहानी उभरकर सामने आई है वह जितनी रोचक है उतनी ही कू्ररता भरी भी है। इस मामले में पुलिस के हाथ आए आरोपियों ने बताया कि मृतक महिला शहर में कूड़ा बीनकर उससे निकलने वाले कचरे को रोहतक गेट के पास कबाड़ी की दुकान चलाने वाले राजेश के पास बेचने के लिए आती थी। इसी दौरान उन दोनों के बीच प्यार हो गया तो शादीशुदा होते हुए भी राजेश ने आसाम वाली उस महिला को उसकी एक बच्ची को अपने पास दुकान पर ही रखैल के रूप में रखना शुरू कर लिया। इसी दौरान महिला ने एक और बच्ची को जन्म दिया तो राजेश ने उसका आधार कार्ड बनवा उसमें पिता के रूप में अपना नाम लिखवा लिया।
यह बोले एस.पी.
इस मामले में एस.पी. गंगाराम पूनिया ने बताया कि भले ही पुलिस को इस केस को ट्रेस करने में करीब एक महीने का समय लगा हो लेकिन यह केस जितना पेचीदा और संगीन था उसमें यह समय कुछ मायने नहीं रखता। उन्होंने बताया कि जब पुलिस के पास इस केस के बारे में न मृतकों के बारे में जानकारी थी और न ही वारदात को अंजाम देने वालों के बारे में कोई जानकारी। इसके बावजूद पुलिस ने जिस सूझबूझ के साथ इस को ट्रेस किया है वह काबिले तारीफ है।
मखन की निशानदेही पर मृतकों के कुछ कपड़े किए बरामद
पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार कबाड़ी की दुकान पर काम करने वाले मध्यप्रदेश निवासी मखन की निशानदेही पर तीनों मृतकों के वे कपड़े भी बरामद कर लिए जो पुलिस को मौका ए वारदात पर पुलिस को नहीं मिले थे। इन कपड़ों को आरोपियों ने कबाड़ी की दुकान के पास ही जमीन में दबाया हुआ था। इसके अलावा पुलिस इस मामले में इसका खुलासा करने से पहले इस क्षेत्र के कई लोगों को मैजिस्ट्रेट के सामने पेश कर उनके बयान दर्ज करा चुकी थी कि मृतका महिला, उसकी 2 बेटियां और कबाड़ी की दुकान चलाने वाला राजेश 28 दिसम्बर से ही गायब है। इसलिए पुलिस ने इस मामले को गुप्त रूप से बड़ी ही सूझ बूझ के साथ सुलझाने का काम किया है।
26 की रात को दिया वारदात को अंजाम, 27 की रात ट्रैक्टर में ड्रम में डालकर शवों को फैंका
इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए राजेश ने उक्त महिला और उसकी बेटियों से छुटकारा पाने के लिए इनकी हत्या कर उनके शवों को खुर्दबुर्द करने की योजना बनाई। इसके लिए उसने अपनी योजना में अपने पार्टनर पूनम उर्फ फौजी और दुकान पर काम करने वाले मखन को भी शामिल कर लिया। इसके बाद इन तीनों ने मिलकर 26 दिसम्बर की रात कबाड़ी की दुकान पर ही इन तीनों मां-बेटियों के सिरों को तेजधार हथियार से काटकर उनके धड़ों को प्लास्टिक के ड्रम में डाल दिया। ये शव 27 दिसम्बर को दिन भर उसी दुकान में ड्रम में पड़े रहे। इसके बाद 27 दिसंबर की रात होने पर इस प्लास्टिक के ड्रम को एक ट्रैक्टर में डालकर उन्हें खरक के पास सड़क किनारे खेतों में डाल दिया। पुलिस रोहतक की ओर से आने वाले वाहनों को ही शक के दायरे में लाए या इसकी जांच रोहतक की ओर ही जारी रखे।