3 बच्चों की मौत मामला : करनाल के एस.पी. को सौंपी गई जांच की जिम्मेवारी

Edited By Manisha rana, Updated: 31 Jul, 2020 01:46 PM

police beat up and beat villagers in case of death of 3 children

गांव बिझौल में 3 बच्चों की हुई हत्या के मामले में करीब 3 सप्ताह बाद भी हत्यारोपियों की गिरफ्तारी न होने पर इंसाफ की मांग करने के लिए पानीपत ...

पानीपत : गांव बिझौल में 3 बच्चों की हुई हत्या के मामले में करीब 3 सप्ताह बाद भी हत्यारोपियों की गिरफ्तारी न होने पर इंसाफ की मांग करने के लिए पानीपत में लघु सचिवालय के सामने प्रदर्शन करने पहुंचे हजारों ग्रामीणों को इंसाफ के बदले में लाठियां मिली। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर जहां पहले वाटर कैनन का प्रयोग करते हुए पानी की बौछारें फैंकी और फिर ग्रामीणों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। जिसमें करीब 50 प्रदर्शनकारियों को चोटें आई है। वहीं ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव किया जिसमें एक इंस्पैक्टर सहित 10 पुलिस कर्मी घायल हुए है। 

बता दें कि अनिल विज ने पानीपत में हुए लाठीचार्ज पर संज्ञान लिया और पानीपत पुलिस से पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की। पानीपत के डीएसपी और इंस्पैक्टर रैंक के अधिकारी खुद रिपोर्ट लेकर विज के निवास स्थान पर पहुंचे है। पानीपत पुलिस द्वारा पेश की गई रिपोर्ट से विज नाखुश दिखे और उन्होंने मामले की जांच करनाल एसपी को सौंपी। विज ने कहा कि इस मामले में दोषी पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति को बक्शा नहीं जाएगा।

गांव बिझौल के 3 मासूमों की मौत के मामले में हत्यारोपियों की गिरफ्तारी तीन सप्ताह बाद भी न होने के चलते वीरवार सुबह 11 बजे ग्रामीणों ने जी.टी. पर पहुंचकर जाम लगाया। प्रदर्शनकारी करनाल के सांसद संजय भाटिया, करनाल आईजी भारती अरोड़ा व पानीपत पुलिस के खिलाफ जमकर भड़ास निकालते हुए मुर्दाबाद की नारेबाजी कर रहे थे। प्रदर्शन करते हुए ग्रामीण जी.टी. रोड पर ही धरने पर बैठ गए। इससे जी.टी. रोड पर करीब 8 किलोमीटर लम्बा जाम लग गया।

सूचना पाकर ड्यूटी मैजिस्ट्रेट नवयुक्ति एस.डी.एम. स्वप्निल रविन्द्र पाटिल, तहसीलदार कुलदीप मलिक, 5 डी.एस.पी., 12 स्थानों के प्रभारी, तीनों सीआईए, स्पैशल स्टाफ सेल मौके पर पहुंचे। स्थिति को देखते हुए भारी पुलिस बल को मौके पर बुलाया गया। इसी दैरान प्रदर्शनकारियों की धरना खत्म करने को लेकर अधिकारियों से बहस हो गई। सी.आई.ए. के इंस्पैक्टर राजपाल सिंह के हैल्मेट पर स्ट्र्रीट लाइट की ट्यूब से हमला किया गया जिससे उन्हें चोटें लगी। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को दौड़ा-दौड़ा तक पीटा, जिसके चलते थोड़ी देर बाद सड़क पर केवल प्रदर्शकारियों के जूते-चप्पल, बैनर, झाडू आदि ही बिखरे हुए दिखाई दिए तथा पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को वहां से खदेड़ कर जाम खुलावाया।

प्रदर्शकारियों द्वारा करीब 30 वाहनों को निशाना बनाते हुए तोड़फोड़ की गई है, जिसमें पुलिसके 5-6 निजी वाहन, एक पी.सी.आर., एक मिनी बस, एक बस तथा एलिवेटिड ओवरब्रिज के नीचे बने टैक्सी स्टैंड पर खड़ी करीब 20-22 टैक्सियों को भी काफी क्षति पहुंचाई गई है। टैक्सी चालकों ने भी प्रदर्शनकारियों के उग्र रुप को देखते हुए मौके से भागकर अपनी जान बचाई। प्रदर्शनकारियों को खदेड़े जाने के बाद जी.टी. रोड पर जगह-जगह ईंट-पत्थर बिखरे देखे गए।  
 

अनिल विज ने पानीपत में हुए लाठीचार्ज पर संज्ञान लिया और पानीपत पुलिस से पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की। पानीपत के डीएसपी और इंस्पैक्टर रैंक के अधिकारी खुद रिपोर्ट लेकर विज के निवास स्थान पर पहुंचे है। पानीपत पुलिस द्वारा पेश की गई रिपोर्ट से विज नाखुश दिखे और उन्होंने मामले की जांच करनाल एसपी को सौंपी। विज ने कहा कि इस मामले में दोषी पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति को बक्शा नहीं जाएगा।

 

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