हरियाणवी सभ्यता से खिलवाड़ किया तो होगी कार्रवाई, साइबर सैल ने सिंगरों की एलबम की शुरू की पड़ताल

Edited By Yakeen Kumar, Updated: 16 Jan, 2025 07:46 PM

play with haryanvi culture action will be taken cyber cell

हरियाणा में तेजी से बढ़ते जा रहे साइबर अपराध को रोकने के मामले में पुलिस देश भर में पहले स्थान पर रही है। इतना ही नहीं हरियाणा पुलिस द्वारा साइबर ठगों के चंगुल से लगभग 268.40 करोड़ रुपए की राशि बचाई गई है।

चंडीगढ़ (चंद्रशेखर धरणी) : हरियाणा में तेजी से बढ़ते जा रहे साइबर अपराध को रोकने के मामले में पुलिस देश भर में पहले स्थान पर रही है। इतना ही नहीं हरियाणा पुलिस द्वारा साइबर ठगों के चंगुल से लगभग 268.40 करोड़ रुपए की राशि बचाई गई है। साइबर अपराध पर लगाम लगाने के साथ ही अब हरियाणा पुलिस ने सोशल मीडिया पर हरियाणवीं गानों की आड़ में या अन्य तरीके से फैलते जा रहे गन कल्चर और असभ्य भाषा पर लगाम कसने की भी तैयारी कर ली है। 

इसको लेकर हरियाणा पुलिस की साइबर टीम भी एक्टिव हो गई है। इस पर रोक लगाने के लिए हरियाणा पुलिस के साइबर सैल की ओर से अब गायकों, म्यूजिक निदेशक और अन्य लोगों को नोटिस भेजने की कार्रवाई शुरू की गई है। आखिर साइबर टीम किस प्रकार से काम करती है और जनता किन तरीकों को अपनाकर इससे बच सकती है, उन सभी मुद्दों को लेकर हमने साइबर टीम के एसपी अमित दहिया के साथ खास बातचीत की। 

सवालः- आजकल एक गन कल्चर पनपता जा रहा है। कईं एलबम की भाषा शैली हरियाणवीं सभ्यता और संस्कृति के विपरीत जाती दिखाई देती है। आपने ऐसे लोगों को नोटिस भेजने की शुरूआत की है, उनका क्या मायना निकाला जा सकता है।

जवाबः- देखिए, अभी हम लोगों ने अपनी एक सोशल मीडिया पेट्रोलिंग टीम बनाई है, जो किसी भी फिल्म के सेंसर बोर्ड की तरह से काम करती है, क्योंकि फिल्मों में कांट-छांट के लिए सेंसर बोर्ड है, लेकिन यू-ट्यूब और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जो वीडियो डाली जाती है, उनका कोई सेंसर बोर्ड नहीं होता। उनकी शब्दावली को नापने का कोई पैमान भी तय नहीं है। हाल ही में देखा गया है कि कईं हरियाणवी गायक है, जो ऐसी शब्दावली का इस्तेमाल करते हैं, जिसमें गन कल्चर बहुत ज्यादा बढ़ा हुआ है। उनके अलावा सोशल मीडिया पर कईं अन्य लोग भी इस कल्चर का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसलिए हरियाणा पुलिस की सोशल मीडिया पेट्रोलिंग टीम इस प्रकार के लोगों के सभी डाटा और रिकॉर्ड खंगाल रही है। उनके गानों की भी जांच की जा रही है कि वह कानूनी रूप से सही है या नहीं। 

उसके बाद इस प्रकार के कलाकार, उनके म्यूजिक कंपोजर, प्रोड्यूसर और डायरेक्टर समेत हवावाजी दिखाने वाले अन्य सभी लोगों नोटिस भेजकर समझाएंगे कि इस प्रकार के दिखावे ठीक नहीं है। यदि वह उस पोस्ट, वीडियो और गाने को हटा देंगे तो ठीक, नहीं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर उनके एकाउंट फ्रीज और ब्लॉक कर दिए जाएंगे।

सवालः- अभी कितने लोगों को नोटिस दिया गया है।

जवाबः- सबसे पहले हम उन गानों और शब्दों का स्तर देख रहे हैं कि वह किस स्तर के हैं। एक कानूनी टीम इस पर कार्य कर रही है। इस प्रकार की गतिविधियों से युवा वर्ग काफी प्रभावित होता है। इसलिए अगले सप्ताह एक-एक कर सभी को नोटिस भेजने का कार्य किया जाएगा। उन्हें बुलाकर इस प्रकार के वीडियो हटाने के लिए कहा जाएगा। नहीं हटाने पर उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। 

सवालः- अब हर फोन कंपनी के नंबर में 1930 की गूंज सुनाई देती है।

जवाबः- जनता में साइबर अपराध के प्रति जागरूकता लाने के लिए हरियाणा पुलिस की ओर से टेलीकॉम कंपनियों और भारत सरकार से इस बारे में कालर टोन शुरू करने का आग्रह किया गया था, जिससे जनता में साइबर अपराध को लेकर जागरूकता पैदा हो सके। साथ ही जनता को पता चले कि ठगी होने पर उन्हें 1930 पर कॉल कर शिकायत देनी चाहिए। उन्होंने बताया कि इस कालर ट्यून के शुरू होने के बाद 1930 पर 4500 के करीब रोजाना शिकायतें आ रही है, इनमें 350 के करीब साइबर अपराध की शिकायतें होती है। इससे पहले इनकी संख्या 2500 के करीब थी।
 
सवालः- 2023-24 में हरियाणा पुलिस की साइबर टीम ने काफी बड़े मुकाम हासिल किए। देश में पहला अवार्ड हासिल किया। 23वें स्थान से बढ़कर पहला स्थान पाया। अब तक कितने लोग पकड़े गए और 2023-24 में कितना पैसा रिकवर किया गया।

जवाबः- 2023 में हरियाणा पुलिस की साइबर टीम ने 76 करोड़ रुपया ठगों के पास जाने से रोका था। डीजीपी शत्रुजीत कपूर और एडीजीपी ममता सिंह के निर्देश में काम करते हुए 2024 में 268 करोड़ रुपए रोकने का काम किया गया। साथ ही 5500 के करीब साइबर अपराधियों को गिरफ्तार भी किया गया। प्रदेश में होने वाले साइबर क्राइम में 70 प्रतिशत मामले हरियाणा से बाहर झारखंड, उड़ीसा, पश्चिमी बंगाल और महाराष्ट्र के हैं।

सवालः- साइबर ठगी में हरियाणा की बजाए बाहर के अपराधी ज्यादा है। यदि 15 लोगों को गिरफ्तार किया जाता है तो केवल 3-4 आरोपी ही हरियाणा के होते हैं, जबकि 10 से 11 आरोपी बाहरी राज्यों के होते हैं। यह सिम और नंबर बदलने में भी एक्सपर्ट होते हैं। यह माना जाए कि उनसे ज्यादा स्ट्रांग नेटवर्क आपके पास है।

जवाबः- देखिए, पुलिस की एक अपनी कार्यशैली होती है। साइबर क्राइम से जुड़े अनेक टेक्निकल है, कईं एक्सपर्ट है। सिर्फ नंबर ही नहीं, बल्कि उसके और भी बहुत सारे एंगल है, जिससे पुलिस किसी भी अपराधी को पकड़ती है। उन सबके बारे में तो नहीं बता सकते, लेकिन इतना तय है कि अब कोई भी अपराधी पुलिस से बच नहीं पाएगा।

सवालः- देखा जाए तो टेलीग्राम, व्हटसैप या अन्य सोशल मीडिया साइट के जरिए लोगों को पैसा बढ़ाने का लालच देकर आकर्षित किया जा रहा है। यह कितना बड़ा षडयंत है और उस पर कहां तक आपकी नजर है ?

जवाबः- देखिए, जो लोग सबसे ज्यादा पढ़े-लिखे हैं, वह अपना इंवेस्टमेंट सबसे ज्यादा करते हैं। सोशल मीडिया पर विज्ञापन दिखाई देता है कि स्टॉक मार्केट में पैसा लगाएं या इंवेस्टमेंट में लगाए, आपका पैसा रातों रात डबल हो जाएगा या चार गुना हो जाएगा। लोग उस बहकावे में आ जाता हैं और पढ़े लिखे लोग इसमें सबसे ज्यादा है। ऐसे लोग कोई भी पड़ताल किए बिना दो-तीन महीने में ही अपना लाखों-करोड़ों रुपया लगा देते हैं। आखिर में जब पता चलता है कि जिनसे बात हो रही थी उनका फोन बंद हो गया है या व्हटसैप एकाउंट डिलीट हो गया है। इसलिए इस प्रकार के किसी भी विज्ञापन पर भरोसा नहीं करना चाहिए। यह साइबर ठगों का एक जाल है, जिसमें लोग फंस जाते हैं। इसलिए लोगों से अपील की कि इस प्रकार के किसी भी ऑनलाइन ठगों के बहकावे में आकर अपना पैसा इंवेस्ट ना करें।

सवालः- किस आयु वर्ग के लोग इसमें ज्यादा फंसते हैं ?

जवाबः- देखिए, जहां साइबर क्राइम होगा, वहां पैसा कटेगा। इसमें अधिकतर वह लोग है, जिनके पास थोड़ा सा पैसा ज्यादा है।वह 60 साल से अधिक की आयु के लोग है। हमारे पास भी जो शिकायतें आई है, उनमें भी रिटायर्ड लोग ज्यादा हैं। इसके साथ ही आजकल कुछ लोग जनता को डिजिटल अरेस्ट के नाम पर डराने की कोशिश करते हैं, जिससे उन्हें लगता है कि सामने वाला फंस जाएगा। इसमें एक बात साफ है कि किसी भी कानून में डिजिटल अरेस्ट जैसा कोई भी शब्द नहीं है। यह सब जालसाजी है। जनता भी खुद इस प्रकार के व्यक्ति का वीडियो बनाने के साथ उनके स्क्रीन शॉट भी ले सकती है।

सवालः- डायल 1930 का जिक्र करते तो हरियाणा में बहुत अच्छे रिजल्ट है। क्या इंटरनेशनल स्तर पर भी आपने किसी अपराधी को गिरफ्तार किया है।

जवाबः- एक साइबर सलेबरी है, जो लाउस, कंबोडिया और वियतनाम में आते हैं। हमने जो आईपी एड्रेस निकाले हैं, जो इन देशों में सबसे ज्यादा साइबर क्राइम कर रहे हैं। हमने दूतावास और केंद्र  सरकार के जरिए वहां की सरकारों को भी संदेश भेजा है कि ऐसे लोगों पर रोक लगाई जाए।

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