Edited By Shivam, Updated: 23 Oct, 2020 04:08 PM
कोरोना संक्रमित मृतक के अंतिम संस्कार के लिए स्थायी जगह न होना लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। कोरोना संक्रमण के कारण मौत का शिकार हुए एक व्यक्ति का अंतिम संस्कार करने पहुंचे कर्मचारियों को लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा। लोगों ने खुले...
फतेहाबाद (रमेश भट्ट): कोरोना संक्रमित मृतक के अंतिम संस्कार के लिए स्थायी जगह न होना लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। कोरोना संक्रमण के कारण मौत का शिकार हुए एक व्यक्ति का अंतिम संस्कार करने पहुंचे कर्मचारियों को लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा। लोगों ने खुले मैदान में अंतिम संस्कार करने पर सख्त एतराज जताया। हालांकि बाद में प्रशासनिक अधिकारियों के हस्ताक्षेप और आश्वसन के बाद अंतिम संस्कार करने की इजाजत दे दी, मगर इस चेतावनी के साथ कि भविष्य में वहां पर किसी भी कोरोना संक्रमित का अंतिम संस्कार नहीं करने दिया जाएगा।
दरअसल कोरोना से मौत का शिकार हुए लोगों का अंतिम संस्कार की व्यवस्था प्रशासन द्वारा लघु सचिवालय के सामने स्थित सेक्टर 11 के खुले मैदान में की गई है। वहां आसपास कई लोग ढाणियां बना कर रहे हैं, उन्हें इस तरह खुले में अंतिम संस्कार करने पर एतराज था। आज जब स्वास्थ्य विभाग और नगर परिषद के कर्मचारी एक व्यक्ति के शव को लेकर वहां पहुंचे तो वहां के लोगों में रोष फैल गया।
लोगों का कहना था कि एक तो खुले में संस्कार करने से आसपास के लोगों को भी संक्रमण का खतरा बना रहता है। वहीं दूसरी ओर संस्कार के दौरान शव के जो अवशेष बच जाते हैं, आवारा कुत्तों द्वारा इधर-उधर बिखरने का डर बना रहता है। इसके अलावा उनके बच्चे भी इलाके में घूमने से डरने लगे हैं।
काफी जद्दोजहद के बाद जब इलाकवासी नहीं माने तो प्रशासन को सूचित किया गया। मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों ने मामले में हस्तक्षेप किया और उन्हें आश्वास्त किया। उसके बाद ही अंतिम संस्कार करने दिया गया।