Edited By Gourav Chouhan, Updated: 24 Nov, 2022 02:47 PM

आरोपी पटवारी ने इंतकाल दर्ज करने के नाम पर रिश्वत की डिमांड की थी। फिलहाल विजिलेंस की टीम ने आरोपी पटवारी को अपनी कस्टडी में ले लिया है।
कैथल(जयपाल): हरियाणा सरकार द्वारा भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के दावों के बावजूद रिश्वत लेने के मामले कम नहीं हो रहे हैं। एक ऐसा ही मामला कैथल से सामने आया है, जहां स्टेट विजिलेंस की टीम ने एक पटवारी को 2 हजार रुपए रिश्वत के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी पटवारी ने इंतकाल दर्ज करने के नाम पर रिश्वत की डिमांड की थी। फिलहाल विजिलेंस की टीम ने आरोपी पटवारी को अपनी कस्टडी में ले लिया है।
पटवारी पर बिना रिश्वत लिए काम नहीं करने का लगा आरोप
जानकारी के अनुसार मानस निवासी जसबीर ने विजिलेंस को शिकायत देकर बताया था कि उसने दो-तीन महीने पहले गांव में एक मकान खरीदा था। वह उस मकान का इंतकाल करवाने के लिए वह अपने हलके के पटवारी कौल निवासी बलवंत के पास गया। पटवारी बलवंत ने उसके मकान का इंतकाल करने की एवज में 5 हजार रुपए रिश्वत की मांग की। दोनों के बीच इंतकाल करवाने को लेकर 2 हजार में मामला तय हो गया। शिकायतकर्ता ने बताया कि पटवारी काफी ज्यादा भ्रष्ट है। उसने बताया कि आरोपी पटवारी डोमिसाइल आदि पर हस्ताक्षर करने के लिए विद्यार्थियों से भी रिश्वत लेने से पीछे नहीं हटता। शिकायतकर्ता ने बताया कि पटवारी बिना रिश्वत के कुछ भी काम नहीं करता। '
योजना के अनुसार घूस के रूपए लेते हुए धरा गया पटवारी
जसबीर की शिकायत पर पंचकूला की स्टेट विजिलेंस टीम गुरुवार को कैथल पहुंची, जिसका नेतृत्व डीएसपी शरीफ सिंह कर रहे थे। योजना के अनुसार शिकायतकर्ता जसबीर पटवार भवन में पटवारी बलवंत कौल के पास दो हजार रुपए लेकर गया। जैसे ही उसने पटवारी को रुपए दिए तो विजिलेंस की टीम ने पटवारी को रंगे हाथों पकड़ लिया। विजिलेंस की टीम ने पटवारी के हाथ धुलवाए, जोकि नोट पर लगे केमिकल के चलते लाल हो गए। विजिलेंस की टीम पटवारी को आगामी कार्रवाई के लिए रेस्ट हाउस में लेकर गई है।
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