कैथल, (जयपाल रसूलपुर): हरियाणा पंचायत एवं विकास विभाग द्वारा जिले में 10 नई आंगनवाडी बनाने के लिए अगस्त माह में जिला परिषद को 1 करोड़ 16 लाख रूपए की ग्रांट भेजी गई थी। हैरानी की बात है की अधिकारी इसमें से अभी तक मात्र 18 लाख 90 हजार ही खर्च कर पाए हैं। यदि 31 मार्च तक यह राशि प्रयोग नहीं की गई तो लगभग 9 करोड़ रूपये अधिक की बची हुई राशि लैप्स हो जायेगी। सरकार ने जिला परिषद को इस वर्ष जिले की 10 नई आंगनवाडी बनाने का टारगेट दिया था। अब तक खर्च की गई राशि से जिले में एक भी आंगनवाडी कंप्लीट नही हुई है। वहीं जिला परिषद कार्यालय द्वारा जिन प्राइवेट एजेंसियों को इसका टेंडर दिया गया है। इनमे से चार साईट पर तो अभी तक कार्य भी शुरू नही किया गया। दो जगह पर केवल 50 प्रतिशत कार्य ही हो पाया है। हालांकि अधिकारियों का दावा है की 31 मार्च से पहले ज्यादा से ज्यादा राशि खर्च कर दी जायेगी।
बता दें कि जिले की विभिन्न पंचायतों द्वारा अपने गांव में नई आंगनवाड़ी बनवाने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग कैथल को प्रस्ताव भेजे गए थे। विभाग द्वारा पंचायतों की मांग पर 50 से अधिक नई आंगनवाडी बनाने की डिमांड मुख्यालय को भेजी गई थी। इनमे से केवल 9 आंगनवाडी केंद्र बनाने की ही सरकार से मंजूरी मिल पाई। एक आंगनवाड़ी केंद्र की मंजूरी बाद में आई थी। सरकार ने प्रति आंगनवाड़ी के हिसाब से 12 लाख 96 हजार रुपये की राशि अगस्त महीने में जिला परिषद के ट्रेजरी हेड में डाल दी थी। विभाग नियमों अनुसार 31 मार्च से पहले सभी आंगनवाड़ी केंद्र का कार्यों को पूरा कर उनके बिलों की अदायगी की जानी थी। ताकि बिना कार्य किये ही ये राशि लैप्स न हो जाए। हालांकि इन कार्यों को पूरा करने के लिए अभी भी एक महीने से अधिक का समय बचा है। परंतु अधिकारियों के ढुलमुल रवैये के कारण यह राशि लैप्स होनी तय है। इन कार्यों को करवाने का जिम्मा जिला परिषद के कनिष्ठ अभियंता नारायण दत्त को दिया गया है। जो एक महीने की छुट्टी पर गए है।
इन गांव में बनाई जानी है नई आंगनवाडी:
1. जसवंती (कैथल)
2. रसूलपुर (कैथल)
3. जाम्बा (पूंडरी)
4. कौल (पूंडरी)
5. खेडी शेरखां (कलायत)
6. बाता (कलायत)
7. ढूंडवा (कलायत)
8. माजरी (गुहला)
9. हांसू माजरा (गुहला)
10. मांडी सादरां (सीवन)
अभी तक कार्य क्यों नही पूरा हुआ अधिकारियों से मांगा जाएगा जवाब: अश्वनी मलिक
जिला परिषद सीईओ अश्वनी मलिक ने कहा की उनके कार्यालय द्वारा सितंबर माह में आंगनबाड़ी बनाने बारे एक्सईएन को लिखा गया था। इस लिए ये कार्य पूरा करने की उनकी ही जिम्मेवारी बनती है। अभी तक कार्य क्यों नही पूरा हुआ इसके बारे में अधिकारियों से जवाब मांगा जाएगा।
कई लोकेशन पर चला हुआ है कार्य: नारायण दत्त
जिला परिषद के कनिष्ठ अभियंता नारायण दत्त ने बताया की वह एक महीने की छुट्टी पर है। फ़िलहाल उनकी जगह पर कोई दूसरा भी अधिकारी नही आया है। वैसे कई लोकेशन पर कार्य चला हुआ है। अब तक कितना कार्य हुआ है। इसकी जानकारी कार्यालय में आने के बाद ही बता पाऊंगा।
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संबंधित अधिकारियों से करेंगी बात: मनीषा गागट
महिला एवं बाल विकास अधिकारी मनीषा गागट ने बताया की उन्होंने फ़िलहाल ही कार्यभार संभाला है। नए आंगनवाडी केंद्र क्यों नही बनाए जा रहे इसके बारे में वो संबधित अधिकारियों से बात करेंगी।