Edited By Rakhi Yadav, Updated: 18 Dec, 2018 09:54 AM
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पानीपत से पलवल में असोटी तक 95 किलोमीटर नई रेल लाइन को मंजूरी दे दी है जो दिल्ली को बाईपास करते हुए रोहतक- झज्जर- फरुखनगर- पटली- मानेसर- सोहना....
चंडीगढ़(बंसल): मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पानीपत से पलवल में असोटी तक 95 किलोमीटर नई रेल लाइन को मंजूरी दे दी है जो दिल्ली को बाईपास करते हुए रोहतक- झज्जर- फरुखनगर- पटली- मानेसर- सोहना से गुजरेगी। प्रवक्ता ने बताया कि यह नई रेल लाइन नवगठित हरियाणा रेल इंफ्रास्ट्रक्चर डिवैल्पमैंट कार्पोरेशन (एच.आर.आई.डी.सी.) द्वारा स्थापित की जाएगी। उन्होंने बताया कि यह नया रेल मार्ग फरीदाबाद, बल्लभगढ़, पलवल, सोहना और गुरुग्राम के लिए चंडीगढ़ समेत हरियाणा राज्य के सभी जिलों के साथ सीधी कनैक्टिविटी प्रदान करेगा और इस प्रकार राज्य की राजधानी समेत सभी महत्वपूर्ण स्थानों को त्वरित यात्री कनैक्टिविटी और गुरुग्राम से चंडीगढ़ तक के लिए शताब्दी जैसी रेलगाडिय़ां चलाने की सुविधा प्रदान करेगा। यह दिल्ली रेल नैटवर्क की भीड़ को कम करेगा।
उन्होंने बताया कि मार्ग का मुख्य हिस्सा भारतीय रेलवे नैटवर्क पर पहले ही मौजूद है और केवल मिसिंग लिंक उपलब्ध करवाए जाने की आवश्यकता होगी। पानीपत से झज्जर वाया रोहतक का मार्ग पहले से ही मौजूद है। झज्जर को लगभग 30 किलोमीटर की नई रेल लाइन के माध्यम से फरुखनगर में पहले से ही मौजूदा स्टेशन से जोड़ा जा सकता है। उन्होंने बताया कि जहां फरुखनगर से गढ़ी हरसरू और गढ़ी हरसरू से पटली तक रेल लाइन मौजूद है, वहीं पटली से असोटी तक लगभग 60 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन का निर्माण करना आवश्यक होगा, जो मानेसर और सोहना से गुजरेगी। इसके अलावा, गढ़ी हरसरू, पटली और असोटी रेलवे स्टेशनों पर वाई-कनैक्शन का प्रावधान किया जाएगा।