Edited By Yakeen Kumar, Updated: 30 Jan, 2025 10:01 PM
हरियाणा की राजनीति में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने पिछले एक दशक में बड़े ही अनूठे प्रयोग किए हैं जिनके परिणाम भी पार्टी के लिहाज से बेहद ‘गुणकारी’ साबित हुए हैं। इन्हीं सियासी प्रयोगों की ही बानगी है...
चंडीगढ़ (संजय अरोड़ा) : हरियाणा की राजनीति में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने पिछले एक दशक में बड़े ही अनूठे प्रयोग किए हैं जिनके परिणाम भी पार्टी के लिहाज से बेहद ‘गुणकारी’ साबित हुए हैं। इन्हीं सियासी प्रयोगों की ही बानगी है कि राजनीतिक परिदृश्य में कभी जाटलैंड के रूप में पहचान रखने वाले इसी हरियाणा में भाजपा हाईकमान ने साल 2014 में अपने बूते पहली बार सरकार बनाते हुए एक गैरजाट के रूप में बड़े पंजाबी चेहरे मनोहर लाल खट्टर को कमान सौंपी।
जिन्होंने लगभग साढ़े 9 साल सरकार चलाई और नए प्रयोगों व नीतियों के जरिए पूरे देश में अपनी व प्रदेश की एक अलग पहचान बनाई।
इसी प्रकार लोकसभा चुनाव से ठीक पहले फिर भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने मनोहर लाल खट्टर के स्थान पर 12 मार्च 2024 को पिछड़ा वर्ग के नेता नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाते हुए इस वर्ग पर विशेष फोकस किया तो इसके परिणाम भी भाजपा को सार्थक हासिल हुए क्योंकि अक्तूबर 2024 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने न केवल अपने बूते 48 सीटें जीती बल्कि तीसरी बार सरकार बनाते हुए केंद्रीय नेतृत्व ने दूसरी बार नायब सिंह सैनी को ही सरकार की कमान सौंपी।
प्रदेश सरकार में सभी जातीय समीकरणों को साधते हुए मंत्रिमंडल का गठन किया तो वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हरियाणा से लोकसभा में निर्वाचित हुए दोनों पिछड़ा वर्ग के सांसदों को अपने मंत्रिमंडल में शामिल करके फिर से पिछड़ा वर्ग को रिझाने के लिए एक बड़ा कार्ड खेला। राजनीतिक पर्यवेक्षकों का कहना है कि जिस प्रकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा में पिछड़ा वर्ग पर खास फोकस करते हुए नायब सिंह सैनी को दूसरी बार मुख्यमंत्री बनाया तो नायब सिंह सैनी ने भी पिछड़ा वर्ग को पार्टी के साथ जोडऩे के मकसद से इस वर्ग के लिए कई बड़े कल्याणकारी कदम उठाए हैं।
ऐसे में कहा जा सकता है कि इस वर्ग के विकास और उत्थान के लिए भाजपा लगातार प्रयासरत है और केंद्र व प्रदेश सरकार जमीनी स्तर पर काम भी कर रही है और पिछड़ा वर्ग के लिए सरकार की ओर से सुविधाओं के साथ साथ रियायतें भी प्रदान की जा रही है। पर्यवेक्षकों के अनुसार पार्टी के थिंकटैंकरों ने देश एवं प्रदेश के अन्य वर्गांे के साथ ओ.बी.सी. के हितार्थ ऐसी योजनाओं का खाका खींचा हुआ है जिसका लाभ इन वर्गांे के साथ साथ पार्टी को भी मिलता नजर आ रहा है।
मोदी के प्रयोगों का ये रहा परिणाम
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओ.बी.सी. समाज के लिए देश भर में प्रभावी योजनाओं का क्रियान्वयन किया। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने हरियाणा की राजनीति में विशेष प्रयोग करते हुए जहां पार्टी को मजबूती प्रदान की वहीं ओ.बी.सी. वर्ग को भी एक नई राह मिली। मोदी ने साल 2014 में जब भाजपा को कुल 90 में से 47 विधानसभा सीटें मिली और पहली बार अपने बूते भाजपा की सरकार बनी तो उस वक्त गैरजाट चेहरे के रूप में पंजाबी वर्ग से आने वाले मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी सौंपी। हालांकि उस वक्त अनेक तरह के कयास लगाए गए मगर मोदी की प्रयोगशाला से मनोहर लाल खट्टर का नाम बाहर आया।
खट्टर के नेतृत्व में साल 2019 में भी भाजपा की सरकार बनी। वर्ष 2024 के जब लोकसभा चुनावों का बिगुल बजने वाला था तो उससे ठीक पहले 12 मार्च 2024 को मोदी ने फिर एक नया प्रयोग करते हुए ओ.बी.सी. चेहरे के रूप में नायब सिंह सैनी को पहली बार मुख्यमंत्री का दायित्व सौंपा और मनोहर लाल खट्टर को करनाल लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़वाया। अब वर्तमान में मनोहर लाल खट्टर देश में तीसरी बार बनी एन.डी.ए. सरकार में ऊर्जा एवं शहरी विकास मंत्रालय का दायित्व संभाले हुए हैं। इसी प्रकार नायब सिंह सैनी दूसरी बार मुख्यमंत्री के रूप में तीसरी बार बनी सरकार चला रहे हैं। पर्यवेक्षकों के अनुसार मोदी के इन प्रयोगों का हरियाणा की राजनीति में काफी प्रभाव दिखा और परिणाम भी पार्टी के हक में आए।
डबल इंजन सरकार का ओबीसी को ऐसे मिल रहा लाभ
अहम बात ये है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की केंद्र और नायब सिंह सैनी की प्रदेश की डबल इंजन सरकार द्वारा ओ.बी.सी. वर्ग के लिए कई कल्याणकारी कदम उठाए जा रहे हैं। इसके तहत इस वर्ग के समुचित विकास की योजना को अमलीजामा पहनाने के उद्देश्य से भाजपा सरकार ने हरियाणा पिछड़ा वर्ग आयोग का गठन किया और आयोग की सिफारिशों के आधार पर पिछड़ा वर्ग-बी को पंचायती राज संस्थाओं और नगरपालिकाओं में 5 प्रतिशत तथा पिछड़ा वर्ग-ए को 8 प्रतिशत आरक्षण प्रदान किया। वर्तमान में हरियाणा से भाजपा के 5 लोकसभा सांसदों में से 2 पिछड़ा वर्ग से हैं जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में मंत्री पद संभाल रहे हैं तो वहीं राज्यसभा में भी एक सांसद पिछड़ा वर्ग से हैं और हरियाणा का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
डबल इंजन की सरकार पिछड़े वर्ग के कल्याण के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है। भगवान विश्वकर्मा से जुड़ा यह समाज अपने हुनर व दस्तकारी कला को संजोए हुए है। मिट्टी के बर्तन बनाने वाले, आभूषण गढऩे वाले, कपड़े सीलने वाले, मूर्ति, मकान आदि के कारीगर अपने हुनर व कौशल के बल पर पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ रहे हैं। इनकी आर्थिक उन्नति सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘पी.एम विश्वकर्मा योजना’ चलाई है, जिसके तहत अपने काम को आगे बढ़ाने के लिए इस समाज के लोगों को सस्ते ऋण उपलब्ध करवाएं जा रहे हैं वहीं मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में राज्य सरकार ने पिछड़ा वर्ग के शैक्षणिक, सामाजिक व आर्थिक उत्थान और ओ.बी.सी वर्ग के युवाओं को सरकारी नौकरी में बढ़ावा देने के लिए पिछड़े वर्ग के लिए क्रीमीलेयर की आय सीमा को 6 लाख रुपए से बढ़ाकर 8 लाख रुपए वार्षिक किया है।
केंद्र सरकार की तर्ज पर इस वार्षिक आय में वेतन और कृषि से अर्जित आय को शामिल नहीं किया जाएगा, जिससे ओ.बी.सी वर्ग से जुड़े लाखों लोगों को फायदा होगा। अब ओ.बी.सी प्रमाण पत्र भी घर बैठे ऑनलाइन बनवाया जा सकता है। हरियाणा में गु्रप ए और बी में पिछड़े वर्गों के लिए रिक्त पदों के बैकलॉग का विशेष भर्ती अभियान चलाकर प्राथमिकता के आधार पर भरा जा रहा है, परिणाम स्वरूप ओ.बी.सी वर्ग से आने वाले युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर मिल रहे हैं। हरियाणा सरकार द्वारा ओ.बी.सी समाज के विद्यार्थियों के लिए 12 से 20 हजार रुपए तक छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है, ताकि ओ.बी.सी समाज से आने वाले विद्यार्थियों को किसी भी आर्थिक अभाव में अपनी शिक्षा छोडऩे पर मजबूर न होना पड़े।
हरियाणा की नायब सरकार ने अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग तथा अन्य वंचित वर्गों के शैक्षणिक, सामाजिक व आर्थिक उत्थान के लिए अनेक प्रभावी कदम उठाए हैं, जिनके बारे में विपक्ष की सरकारों ने कभी सोचा तक नहीं था। पिछली सरकारों द्वारा इन वर्गों को मात्र वोट बैंक तक सीमित रखा गया था, जबकि भाजपा सरकार ने हर स्तर पर पिछड़ा वर्ग को पूरा मान-सम्मान देने का काम किया है।
पिछड़ा वर्ग के कल्याण और उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है सरकार: सैनी
दिल्ली में गुरुवार को आयोजित पिछड़ा वर्ग के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि भाजपा एक मात्र ऐसी पार्टी है जो पिछड़ा वर्ग समुदाय का सबसे ज्यादा ध्यान रखती है और आपको हर स्तर पर सबसे अधिक प्रतिनिधित्व भी दिया जा रहा है। जबकि विरोधी दलों की सरकारों में केवल परिवारवाद को ही बढ़ावा दिया जाता रहा है और कभी किसी पिछड़े अथवा दलित समुदाय के नेता को आगे बढऩे का अवसर नहीं मिला और ना ही उनके मान सम्मान में वृद्धि हुई जबकि भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने पिछड़ा वर्ग के एक साधारण से बेेटे को मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचा दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस शासन में भ्रष्टाचार, भाई भतीजावाद व क्षेत्रवाद को बढ़ावा मिला और कभी भी कांग्रेस ने पिछड़े वर्ग के नेता को मुख्यमंत्री जैसे पद तक पहुंचने नहीं दिया। जबकि भाजपा ऐसी पार्टी है जिसने ओ.बी.सी. कमीशन को संवैधानिक दर्जा दिया और ओ.बी.सी. आरक्षण संशोधन बिल संसद में पास करवाया। मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार तीसरी बार बनने पर हमने पिछड़े वर्ग के कल्याण और उत्थान के लिए जहां एक रोडमैप तैयार किया है वहीं इस वर्ग के कल्याण के लिए सरकार भी पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।