Edited By Manisha rana, Updated: 25 Jun, 2023 03:17 PM

कहते हैं कि भगवान श्री कृष्ण की बंसी की धुन सुनकर सैंकड़ों गाएं दौड़ी चली आती थीं। यह कहावत अब वैज्ञानिक दृष्टि से भी सच साबित हो रही है।
करनाल : कहते हैं कि भगवान श्री कृष्ण की बंसी की धुन सुनकर सैंकड़ों गाएं दौड़ी चली आती थीं। यह कहावत अब वैज्ञानिक दृष्टि से भी सच साबित हो रही है। जलवायु परिवर्तन न सिर्फ इंसानों को परेशान करता है बल्कि पशुओं को भी व्याकुल कर देता है।

ऐसे में खासतौर पर दुधारू पशुओं को तनाव मुक्त रखने के लिए राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान (एन.डी.आर.आई.) ने एक अनोखी रिसर्च की है। जिस तरह मनुष्य को संगीत पसंद आता है और म्यूजिक सुनकर वे खुद को रिलैक्स फील कराते हैं, ठीक इसी प्रकार इस रिसर्च में सामने आया है कि मधुर धुन या संगीत पशुओं को तनाव मुक्त रखता है। एन.डी.आर.आई. की शाखा जलवायु प्रतिरोधी पशुधन अनुसंधान केंद्र ने ये प्रयोग हजारों दुधारू पशुओं पर किया है और करीब 4 सालों से इस पर रिसर्च चल रही थी और नतीजे के अनुसार संगीत से पशुओं का न केवल स्वास्थ्य बेहतर रहता है बल्कि उनके दूध देने की क्षमता में भी बढ़ौतरी हुई है।
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