प्राइवेट अस्पतालों में अब नि:शुल्क इलाज करवा सकेंगे श्रमिक कर्मचारी !

Edited By Isha, Updated: 22 Aug, 2019 12:04 PM

labor workers will now be able to get free treatment in private hospitals

अब श्रमिक कर्मचारी सरकार द्वारा चिन्हित प्राइवेट अस्पतालों में कैशलैस इलाज करवा सकेंगे, चूंकि सरकार द्वारा कर्मचारियों को कैशलैस इलाज की सुविधा देने के इच्छुक अस्पतालों से आवेदन मांगे गए थे।

करनाल (सरोए): अब श्रमिक कर्मचारी सरकार द्वारा चिन्हित प्राइवेट अस्पतालों में कैशलैस इलाज करवा सकेंगे, चूंकि सरकार द्वारा कर्मचारियों को कैशलैस इलाज की सुविधा देने के इच्छुक अस्पतालों से आवेदन मांगे गए थे। जिस पर करीब 45 प्राइवेट अस्पतालों ने श्रमिक कर्मचारियों को कैशलैस इलाज की इच्छा जताई है। ई.एस.आई. हैल्थ हरियाणा द्वारा इच्छुक अस्पतालों का निरीक्षण किया जा रहा है। संभावना है कि जल्द ही प्रक्रिया पूरी हो जाए। जिसके बाद श्रमिक कर्मचारी चुङ्क्षनदा अस्पतालों में जाकर कैशलैस इलाज करवा सकेंगे।  

काबिलेगौर है कि श्रमिक मजदूरों को केवल सुपर स्पैशलिटी इलाज को छोड़कर अन्य मर्ज के लिए पहले अपनी जेब से पैसे खर्च करने पड़ते हैं। जिसके बाद उन्हें नाममात्र ही पैसे वापस मिलते हैं लेकिन नई व्यवस्था होने से श्रमिक कर्मचारियों को इन सब परेशानियों से काफी हद तक राहत मिलेगी। क्योंकि उन्हें इलाज के लिए पैसे देने की आवश्यकता ही नहीं होगी। सारे पैसे सरकार द्वारा वहन किए जाएंगे। 

तरावड़ी में खुलेगी नई डिस्पैंसरी
तरावड़ी में नई ई.एस.आई. डिस्पैंसरी खुलने की संभावना बन गई है। ई.एस.आई. प्रशासन ने नई डिस्पैंसरी के लिए किराए पर जगह के लिए टैंडर कॉल किए हैं। संभावना है कि करीब 2 माह में नई डिस्पैंसरी तरावड़ी में चालू हो जाए। जिसके चालू होने से नीलोखेड़ी-तरावड़ी के करीब 5 हजार से अधिक श्रमिक कर्मचारियों को इलाज वास्ते करनाल नहीं आना पड़ेगा। 

मिल सकती है ई.एस.आई. अस्पताल की सौगात
ई.एस.आई. प्रशासनिक अधिकारी ने बताया कि करनाल में नया ई.एस.आई. अस्पताल खोलने के लिए प्लाङ्क्षनग की जा रही है। अस्पताल खोलने के लिए पूरी तैयारी चल रही है, अस्पताल चलाने के लिए क्या-क्या व्यवस्था होनी चाहिए। अधिकारी ने ये बताने से इंकार कर दिया कि नया अस्पताल कब तक खुल जाएगा। इतना जरूर है कि नया अस्पताल खुलने से श्रमिक कर्मचारियों को इलाज के लिए यहां-वहां नहीं भटकना पड़ेगा। मरीज ई.एस.आई. अस्पताल में दाखिल हो सकेंगे। 

डिस्पैंसरियां सिर्फ नाम की
सरकार द्वारा जो डिस्पैंसरियां खोली गई है, उनमें सुविधाओं का अभाव बना हुआ है। क्योंकि वहां पर इलाज करवाने वाले श्रमिक कर्मचारियों को इलाज के लिए सिविल अस्पताल-कल्पना चावला राजकीय मैडीकल कालेज भेज दिया जाता है। यही नहीं, सुपर स्पैशलिटी इलाज के लिए मरीजों को एमरजैंसी को छोड़कर डिस्पैंसरी में आना पड़ता हैं। मरीज की परेशानी यहीं खत्म नहीं होती। चूंकि जो मरीज जैसे हार्ट से सम्बंधित होता है तो पैनल पर अस्पताल में चैकअप करवाना पड़ेगा, इसके लिए पहले उसे डिस्पैंसरी में आना होगा। स्लिप लेकर पैनल वाले अस्पताल में जाकर चैकअप करवाएगा। चैकअप के बाद डाक्टर दवाई लिख देगा, दवाई के लिए उसे फिर डिस्पैंसरी में आना होगा। सुपर स्पैशलिटी डाक्टर सरकारी दवाई लिखे तो स्थिति समझ से परे है। 
क्या कहते हैं ई.एस.आई. हैल्थ हरियाणा डायरैक्टर 
ई.एस.आई. हैल्थ हरियाणा डायरैक्टर डा. अनिल मलिक ने बताया कि श्रमिक कर्मचारी चुङ्क्षनदा प्राइवेट अस्पतालों में कैशलैस इलाज करवा सकेंगे। इच्छुक अस्पतालों से आवेदन मांगे गए थे। काफी संख्या में आवेदन आए हैं, उनका निरीक्षण किया जा रहा है। जल्द ही नई सुविधा शुरू हो जाएगी। इसके अलावा डिस्पैंसरी करनाल में नया अस्पताल खोलने की प्लाङ्क्षनग चल रही है।

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