Edited By Yakeen Kumar, Updated: 10 Jun, 2025 07:33 PM

सोनीपत के एक गांव में एक मासूम बच्चे की मौत हो गई। परिजन जब इलाज के लिए हॉस्पिटल में पहुंचे तो डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद मृतक बच्चे के परिजनों ने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया।
सोनीपत (सन्नी मलिक) : सोनीपत के कुमासपुर गांव के खेतों में बिजली के तारों के चपेट में ढाई साल का मासूम आ गया। परिजन जब इलाज के लिए हॉस्पिटल में पहुंचे तो डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद मृतक बच्चे के परिजनों ने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया। परिजनों ने अस्पताल पर आरोप लगाया है कि बच्चे की मौत के बाद डॉक्टरों ने पैसे लेने के चक्कर में डेड बॉड़ी नहीं दी। मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले का रहने वाला एक परिवार रोजी-रोटी कमाने के लिए सोनीपत के गांव कुमारपुर में आया था और खेतों में किराए पर रहता था। कल देर शाम परिजन बिजली के तारों का काम कर थे ताकि कमरे पर रोशनी कर सकें। इसी दौरान ढाई साल का मासूम खुशनोल बिजली की चपेट में आ गया। परिजन इलाज के लिए अपने मासूम को सोनीपत के पार्क निदान अस्पताल में लेकर पहुंचे, जहां बच्चे को इलाज के बाद डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया और कहा कि पिछले तीन से घंटे तक डॉक्टर सिर्फ ऐसे जमा करवा रहे हैं और उसके बाद उनके बच्चे को मृत घोषित कर दिया गया।
बचाने का पूरी कोशिश की गई- डॉक्टर
इस मामले में अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि बच्चा जिंदा था और उन्होंने बचने का बहुत प्रयास भी किया, लेकिन बच्चों को बचाया नहीं जा सका है, बच्चे का शव देने से मना नहीं किया गया है। पुलिस के आने के बाद शव को पुलिस को सौंप दिया जाएगा। वहीं मौके पर पहुंचे पुलिस जांच अधिकारी ने बताया कि बच्चों को इलाज के लिए अस्पताल लाया गया था। बच्चे को काम करते समय करंट लगा था जिसके बाद उसकी मौत हुई हैं। मामले की जांच की जा रही है।