Edited By vinod kumar, Updated: 22 May, 2020 06:43 PM
कोरोना संक्रमण के चलते विदेशों में फंसे भारतीय नागरिकों को सरकार वापस देश में लेकर आ रही है। जिन्हें घर जाने से पहले क्वारंटाइन करने की व्यवस्थाएं सरकार द्वारा की गई है। लेकिन उन व्यवस्थाओं से यह लोग ना खुश नजर आ रहे हैं। मामला रोहतक का है, जहां...
राेहतक (दीपक): कोरोना संक्रमण के चलते विदेशों में फंसे भारतीय नागरिकों को सरकार वापस देश में लेकर आ रही है। जिन्हें घर जाने से पहले क्वारंटाइन करने की व्यवस्थाएं सरकार द्वारा की गई है। लेकिन उन व्यवस्थाओं से यह लोग ना खुश नजर आ रहे हैं। मामला रोहतक का है, जहां अलग-अलग देशों से आए भारतीयों ने मस्तनाथ शिक्षण संस्थान में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर पर सवाल खड़े कर दिए।
ऑस्ट्रेलिया व थाईलैंड से आए भारतीयों ने कहा कि कोई भी व्यवस्था क्वारंटाइन सेंटर में बेहतर नहीं है। यहां तक कि उन्हें तो ना समय पर खाना दिया गया है और ना ही अलग से वॉशरूम की व्यवस्था की गई है। ऐसे में किस तरह से वे अपने क्वारेंटाइन पीरियड को पूरा कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन से यह गुहार लगाई थी कि क्वारंटाइन के लिए उन्हें होटल उपलब्ध करा दिए जाएं। जिसका खर्च में उठा लेंगे। लेकिन जिला प्रशासन ने उनके द्वारा निर्धारित क्वारंटाइन सेंटर में ही रहने की बात की है।

रोहतक में विदेश से लाए गए भारतीयों के लिए रोहतक जिले के मस्तनाथ शिक्षण संस्थान में क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। जिसकी व्यवस्थाओं पर इन लोगों ने सवाल उठा दिए हैं। ऑस्ट्रेलिया सिडनी से लौटी बीरमति ने कहा कि वह सुबह 3:00 बजे क्वारंटाइन सेंटर में पहुंची थी, लेकिन दोपहर के 2:00 बजने तक उन्हें चाय तक भी नहीं दी गई है। जबकि वे दवाई लेती हैं और बिना खाने के वे दवा नहीं ले सकती। उन्होंने तो जिला प्रशासन से होटल में रखने की गुहार लगाई थी। लेकिन जिला प्रशासन ने इंकार कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वॉशरूम भी इस स्थिति के नहीं हैं कि वे उनका प्रयोग कर सकें।
वहीं सिडनी से आए दिनेश व थाईलैंड से आए प्रदीप ने कहा कि भले ही उन्हें अलग-अलग कमरे दे दिए गए हैं, लेकिन सभी को कॉमन वॉशरूम का प्रयोग करना पड़ रहा है। जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। यही नहीं पीने के पानी की व्यवस्था भी अलग से नहीं की गई है। सैनिटाइजर का भी कोई प्रबंध क्वारंटाइन सेंटर में नहीं किया गया है। क्वारंटाइन के लिए जो बेहतर व्यवस्थाएं जिला प्रशासन द्वारा की जानी चाहिए वे उन्हें यहां दिखाई नहीं दी।
वहीं मौके पर पहुंचे ड्यूटी मजिस्ट्रेट जोगेंद्र सिंह ने बताया कि जिला प्रशासन की तरफ से क्वारंटाइन सेंटर के लिए बेहतर व्यवस्थाएं की गई है। किस वजह से यह आरोप लगा रही हैं वह तो यही बता सकते हैं। हालांकि उन्होंने माना कि खाना आने में थोड़ी देरी हुई है, क्योंकि ड्यूटी का रोस्टर बदला है। अपनी तरफ से पूरा प्रयास करेंगे कि किसी को भी कोई दिक्कत ना आए।