Edited By Shivam, Updated: 09 Apr, 2019 03:34 PM
यमुनानगर के खनन जोन में चल रहे अवैध स्क्रीनिंग प्लांट और स्टोन क्रैशरों के साथ साथ खनन माफिया द्वारा लगातार किए जा रहे अवैध खनन से ताजेवाला व लाल टोपी बांध के टूटने का खतरा बढ़ गया है। सिंचाई विभाग द्वारा डीसी को भेजी गई रिपोर्ट के पश्चात जिला...
यमुनानगर(सुरेन्द्र): यमुनानगर के खनन जोन में चल रहे अवैध स्क्रीनिंग प्लांट और स्टोन क्रैशरों के साथ साथ खनन माफिया द्वारा लगातार किए जा रहे अवैध खनन से ताजेवाला व लाल टोपी बांध के टूटने का खतरा बढ़ गया है। सिंचाई विभाग द्वारा डीसी को भेजी गई रिपोर्ट के पश्चात जिला प्रशासन इस पर कड़ा संज्ञान लेते हुए कई अवैध स्टोन क्रैशरों को नोटिस भेजे गए हैं। वहीं विभागीय अधिकारियों को अवैध खनन करने वालों के विरुद्ध नकेल कसने के आदेश भी दिए।
बताया जा रहा है कि देश की प्राकतिक सम्पदा को नष्ट करने और उनका दोहन करने पर आमादा लोगों ने बांध के नजदीक ही 50 फुट तक के गड्ढे खोद डाले हैं। प्रशासन ने ताजेवाला के आरडीएसई बांध व लालटोपी बांध पर अवैध खनन मिलने पर दो एफआईआर भी दर्ज कराई हैं।
स्टोन क्रशर संचालकों के विरुद्ध ठोस कार्रवाई के लिए जिला प्रशासन विभाग के उच्चाधिकारियों के साथ-साथ सरकारी आदेशों का इंतजार कर रहा है। इस मामले में डीसी का कहना है कि क्षेत्र में कुछ स्क्रीनिंग प्लांट और स्टोन क्रैशर अवैध रूप से चल रहे हैं। इस संबंध में विभाग के उच्चाधिकारियों को पूरी रिपोर्ट भेजी गई है तथा आदेश आते ही कार्रवाई को तुरंत अमल में लाया जाएगा। उन्होंने जनता से भी अपील की कि वह अवैध खनन ही नहीं बल्कि ओवरलोड रोकने के लिए भी जिला प्रशासन को सहयोग करें।
डीसी ने कहा कि इस गोरखधंधे में लिप्त लोगों का नेटवर्क इतना तेज है कि विभागीय अधिकारी जब अपने कार्यालय से कार्रवाई के लिए निकलते हैं तो उक्त लोगों को पहले से ही इसकी भनक लग जाती है और वह चौकन्ने हो जाते हैं।