Edited By Isha, Updated: 27 Apr, 2025 07:15 PM

जिले में स्थित ऐतिहासिक अग्रोहा टीले की खुदाई में एक मानव कंकाल मिलने से इतिहास प्रेमियों और पुरातत्वविदों में उत्सुकता बढ़ गई है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI), चंडीगढ़ सर्कल की टीम पिछले 45 दिनों से इस स्थल पर खुदाई कर रही है।
हिसार: जिले में स्थित ऐतिहासिक अग्रोहा टीले की खुदाई में एक मानव कंकाल मिलने से इतिहास प्रेमियों और पुरातत्वविदों में उत्सुकता बढ़ गई है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI), चंडीगढ़ सर्कल की टीम पिछले 45 दिनों से इस स्थल पर खुदाई कर रही है।
शनिवार को खुदाई के दौरान ‘ए-वन ट्रेंच’ से एक मानव खोपड़ी प्राप्त हुई है। उपनिदेशक डॉ. अर्कित प्रधान के अनुसार, कंकाल की स्थिति ऊपरी परत में होने के कारण यह अत्यधिक प्राचीन नहीं लगता। टीम को उम्मीद है कि आगे की खुदाई में कंकाल का पूरा ढांचा सामने आ सकता है।
उपनिदेशक बनानी भट्टाचार्य ने बताया कि कंकाल की वैज्ञानिक जांच कराई जाएगी ताकि व्यक्ति की आयु, लिंग और कालखंड का पता लगाया जा सके।खुदाई के दौरान अब तक कई महत्वपूर्ण अवशेष मिले हैं, जिनमें मिट्टी की हांडियां, पत्थर के मनके, स्नान हेतु प्रयुक्त पत्थर, भवनों की दीवारें, सीढ़ियों के अवशेष और मिट्टी के खिलौने शामिल हैं। इसके साथ ही खुदे हुए पत्थर, जिन पर कमल पुष्प जैसी आकृतियाँ उकेरी गई हैं, भी बरामद हुए हैं।
पुरातत्व विभाग के अनुसार, खुदाई में एक प्राचीन बौद्ध स्तूप और एक हिंदू मंदिर के अवशेष भी सामने आए हैं। यह संकेत मिलता है कि यह क्षेत्र विविध धार्मिक गतिविधियों का केंद्र रहा है।खुदाई में अब तक 7,000 से अधिक कलाकृतियाँ प्राप्त हुई हैं। इनमें इंडो-ग्रीक, पंच-मार्क, अग्रोदका के 51 सिक्कों सहित रोमन, कुषाण, यौधेय और गुप्त काल के चांदी व कांस्य के सिक्के शामिल हैं। अधिकतर सिक्कों पर प्राकृत भाषा का प्रयोग हुआ है। साथ ही तांबे व लोहे के औज़ार, अर्ध-कीमती पत्थरों के मोती और मूर्तियाँ भी बरामद हुई हैं।