Edited By Deepak Kumar, Updated: 09 Jun, 2025 01:17 PM

हरियाणा में 5 नए जिले बनाने का फैसला फिर से रूक गया है। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह जातिगत जनगणना सामने आया है। दरअसल हरियाणा समेत पूरे देश में जाति आधारित जनगणना होनी है। उसके बाद परिसीमन शुरू हो जाएगा, जिसमें लोकसभा और विधानसभा क्षेत्रों की संख्या...
डेस्कः हरियाणा में 5 नए जिले बनाने का फैसला फिर से रूक गया है। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह जातिगत जनगणना सामने आया है। दरअसल हरियाणा समेत पूरे देश में जाति आधारित जनगणना होनी है। उसके बाद परिसीमन शुरू हो जाएगा, जिसमें लोकसभा और विधानसभा क्षेत्रों की संख्या बढ़ना तय है। हालांकि सरकार ने नए जिलों को बनाने का काम कैबिनेट सब कमेटी को दिया है। कमेटी ने इसे लेकर 15 जून, 2025 को लास्ट मीटिंग बुलाई है, जिसमें नए जिलों के निर्माण की अंतिम रिपोर्ट तैयार कर सरकार को भेज दी जाएगी।
बता दें प्रदेश में अभी 22 जिले हैं। लेकिन हिसार का हांसी, सिरसा का डबवाली, करनाल का असंध, जींद का सफीदों, गुरुग्राम के मानेसर और सोनीपत का गोहाना को नए जिले बनाने की मांग की जा रही है। इनमें से गोहाना, असंध, डबवाली और हांसी को जिला बनाने की मांग जनप्रतिनिधि अलग-अलग समय पर विधानसभा में भी कर चुके हैं। इसके अलावा गुरुग्राम के मानेसर को भी जिला बनाने की मांग उठी है। हालांकि, इसके पूरे दस्तावेज न पहुंचने से इस पर अगली बैठक में फैसला लिया जाएगा। केंद्र सरकार ने जातिगत जनगणना करवाने की घोषणा की है, जिसका मतलब साफ है कि जातिगत जनगणना की प्रक्रिया के बीच किसी भी नए जिले, उपमंडल का गठन व पुनर्गठन नहीं होगा।
कैबिनेट सब कमेटी ने की 5 बैठकें
हरियाणा सरकार की ओर से गठित कैबिनेट सब कमेटी का कार्यकाल 30 जून को पूरा होने जा रहा है। नये जिले बनाने को लेकर सब-कमेटी की अब तक 5 बैठकें हो चुकी हैं। इन बैठकों में नये जिलों के संबंध में आई मांग की स्टडी के लिए संबंधित प्रशासन को निर्देश दिए जा चुके हैं।
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