सरकारी स्कूलों के दावे हुए फेल, कक्षाओं की संख्या के बराबर भी उपलब्ध नहीं हुुए डैस्क

Edited By Isha, Updated: 31 Jan, 2020 10:15 AM

government schools claim failed even the number of classrooms is not available

अम्बाला के सरकारी स्कूल बैंचों की कमी से जूझ रहे हैं। इनमें से एक स्कूल ऐसा भी है जहां पहली कक्षा से लेकर 12वीं तक की कक्षाओं के लिए मात्र 11 बैंच हैं। इस स्कूल में पढऩे वाले बच्चों का कहना........

अम्बाला शहर (पंकेस) : अम्बाला के सरकारी स्कूल बैंचों की कमी से जूझ रहे हैं। इनमें से एक स्कूल ऐसा भी है जहां पहली कक्षा से लेकर 12वीं तक की कक्षाओं के लिए मात्र 11 बैंच हैं। इस स्कूल में पढऩे वाले बच्चों का कहना है उन्होंने आज तक बैंच पर बैठकर पढ़ाई नहीं की। उन्होंने इच्छा जताई है कि स्कूल से 12वीं पास कर निकलने से पहले एक बार बैंच पर बैठकर पढऩा चाहते हैं, अब उनकी यह इच्छा पूरी होगी या नहीं, यह तो केवल सरकार और विभाग ही बता सकते हैं।

वहीं दूसरी ओर इस कमी को शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने भी स्वीकारा है कि उनके पास बैंचों की कमी है लेकिन उन्होंने बैंच खरीद में असमर्थता जताई। हरियाणा के शिक्षा मंत्री का दावा है कि सरकारी स्कूलों को निजी स्कूलों से बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाएंगे लेकिन धरातल पर यह काफी मुश्किल दिखाई देता है क्योंकि इसका जिंदा उदाहरण अम्बाला के गांव इस्माइलपुर में देखने को मिलता है। यह सरकारी स्कूल पिछले लम्बे समय से ड्यूल डैस्कों की कमी से जूझ रहा है।

आलम यह है कि अब स्कूल में बच्चों की संख्या तो दूर, कक्षाओं की संख्या के बराबर भी बैंच उपलब्ध नहीं हैं। इस स्कूल में पहली से लेकर 12वीं तक की कक्षाओं के लिए सिर्फ 11 बैंच ही हैं। इसके चलते स्कूल में पढऩे वाले बच्चों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। यहां पढऩे वाले बच्चों का कहना है कि उन्होंने आज तक बैंच पर बैठकर पढ़ाई नहीं की। वे चाहते हैं कि उन्हें एक बार बैंच पर बैठकर पढऩा नसीब हो जाए। 

 

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