Edited By Isha, Updated: 31 Jan, 2025 04:22 PM
शुक्रवार को हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने पंचकूला पहुंचकर पूर्व मंत्री एवं जेजेपी के वरिष्ठ नेता कृपाराम पूनिया को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उन्होंने शोकाकुल परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की
चंडीगढ़: शुक्रवार को हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने पंचकूला पहुंचकर पूर्व मंत्री एवं जेजेपी के वरिष्ठ नेता कृपाराम पूनिया को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उन्होंने शोकाकुल परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की।
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि कृपाराम पूनिया की गरीब, किसान, कमेरे वर्ग के कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता हम सबके लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगी। उन्होंने कहा कि उनके निधन से राजनीतिक क्षेत्र के साथ-साथ सामाजिक क्षेत्र को भी गहरी क्षति पहुंची है।
कृपाराम पूनिया की उपलब्धियां
मंत्री कृपाराम पूनिया मूल रूप से झज्जर के रहने वाले थे। कृपाराम पुनिया के 5 बेटे और एक बेटी है। उनके भाई बी एल पूनिया राज्यसभा सांसद हैं। पूनिया के राजनीतिक करियर की शुरुआत 1986 में हुई थी। इससे पहले पुनिया को 1964 में पंजाब और हरियाणा सबसे पहला डायरेक्ट IPS अधिकारी नियुक्त किया गया था। इसके अलावा वह 1967 में पहले डायरेक्ट IAS बने थे। उन्होंने SDM के पद पर भी काम किया था, 1970 में जींद डीसी के पद पर कार्य किया। 1982 में हिसार में कमिश्नर के पद पर भी नियुक्त हुए।
देवीलाल की सरकार में लड़ा था चुनाव
1987 में पूनिया ने लोकदल से बरोदा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। 50,882 वोटों से उन्हें जीत मिली थी। 1987 में देवीलाल सरकार में उद्योग मंत्री, खदान मंत्री और पर्यटन मंत्री के तौर पर उन्होंने अपनी सेवा दी थी। 1991 में कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए थे,जिसके बाद कृपाराम पूनिया ने 2005 में विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन वह हार गए थे। 2017 में वह कांग्रेस छोड़कर BSP में शामिल हो गए थे। लेकिन उन्होंने 2018 में ही बसपा को भी अलविदा कह दिया था, इसके बाद वह किसी भी पार्टी में शामिल नहीं हुए थे।