Edited By Naveen Dalal, Updated: 28 Jul, 2019 03:52 PM
नरवाना में धरौदी माइनर को भाखड़ा नहर से जोड़ने की मांग को लेकर 11 गावों के लोग 39 दिनों से धरने पर बैठे हैं। लेकिन इस मामले पर राजनीति गरमाने लगी है जिसके लिए लोगों को समर्थन देने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा...
नरवाना (गुलशन चावला): नरवाना में धरौदी माइनर को भाखड़ा नहर से जोड़ने की मांग को लेकर 11 गावों के लोग 39 दिनों से धरने पर बैठे हैं। लेकिन इस मामले पर राजनीति गरमाने लगी है जिसके लिए लोगों को समर्थन देने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पूर्व मंत्री रामभज लोधर समर्थन देने के लिए धरने स्थल पर पहुंचे और उनकी आवाज विधानसभा में उठाने का आश्वासन दिया।
वहीं चुनाव का समय नजदीक आते ही विपक्षी पार्टी राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए धरने पर बैठे लोगों को समर्थन देने लगे हैं ताकि उनकी सहानुभूति जुटाकर उनके वोट हासिल कर सके। इसी कड़ी में इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला, जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला, निर्दलीय प्रत्याशी जयप्रकाश समेत कई नेता धरने पर बैठे लोगों को समर्थन देकर आंदोलन जारी करने की बात कह रहे हैं।
धरना स्थल पर पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सरकार का काम होता है पानी देना, लेकिन यहां लोग प्यासे बैठे हैं, और सरकार को इनकी प्यास दिखाई नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि मेरा सरकार से अनुरोध है तुरंत धरौदी माइनर का पट्टा उठा कर इनको पानी दिया जाए नहीं वह इन लोगों की आवाज बनकर इस मुद्दे को विधानसभा में उठाएंगे।
वहीं धरना स्थल के नेता रंगी राम ने बताया कि उनकी यह मांग 30 साल पुरानी है और इस बार धरना 39 वें दिन जारी है लेकिन वह बता देना चाहते है कि वह कमजोर नहीं है, वह मिलकर शांति को क्रांति में बदल सकते हैं। वहीं धरना स्थल के समर्थन देने आए नेताओ पर तंज कसते हुए कहा कि रंगी राम ने कहा कि जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला, इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला, कलायत के विधायक जयप्रकाश, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का समर्थन मिला है लेकिन ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि वह चुनाव में हार चुके है। लेकिन 10 साल हुडा व 5 साल चोटला मुख्यमंत्री रहे तब भी उनकी पानी की मांग थी, लेकिन उनके पास कुर्सी नहीं है आज इन नेताओ को जनता की जरूरत है तो समर्थन देने आए हैं।