Edited By Mohammad Kumail, Updated: 23 Jun, 2023 03:48 PM
भाजपा सांसद व WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को ट्रायल में दी गई छूट पर पूर्व पहलवान योगेश्वर दत्त भड़क गए हैं। उन्होंने IOA की एडहॉक कमेटी के निर्णय पर सवाल खड़े किये हैं...
डेस्क : भाजपा सांसद व WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को ट्रायल में दी गई छूट पर पूर्व पहलवान योगेश्वर दत्त भड़क गए हैं। उन्होंने IOA की एडहॉक कमेटी के निर्णय पर सवाल खड़े किये हैं। उन्होंने कहा है कि कुश्ती के लिए ये काला दिन है। क्या इन पहलवानों का यही मकसद था ? इसके अलावा भारत के पूर्व कोच ने भी इस फैसले का विरोध किया है।
बता दें कि IOA का एडहॉक कमेटी ने पहलवान साक्षी मलिक, विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया, संगीता फोगाट, सत्यव्रत कादियान व जितेंद्र किन्हा को ट्रायल में छूट दी गई है। दरअसल, भारतीय ओलिंपिक संघ के एडहॉक पैनल ने 6 आंदोलनकारी पहलवानों के लिए आगामी एशियाई खेलों और विश्व चैम्पियनशिप की चयन प्रक्रिया को सिर्फ एक मुकाबले की प्रतियोगिता कर दिया है। इन पहलवानों को इन दोनों प्रतियोगिताओं की भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए सिर्फ ट्रायल के विजेताओं को हराने की जरूरत होगी। इसी बात को लेकर पूर्व पहलवान योगेश्वर दत्त भड़के हुए हैं।
योगेश्वर दत्त ने प्रदर्शनकारी 6 खिलाड़ियों को ट्रायल में छूट देने पर सवाल खड़ा किया है। उनका कहना है कि पहलवानों के पत्र लिखने पर एडहॉक कमेटी ने छूट दी है। उन्होंने सवाल खड़ा किया कि दिल्ली में प्रदर्शन यौन शोषण के लिए था या छूट के लिए ? योगेश्वर ने कहा कि जब कुश्ती के साथ कुछ गलत होगा तो मैं जरूर बोलूंगा। उन्होंने सभी पहलवानों से अपील की है कि इस फैसले के खिलाफ आवाज उठाएं। इस फैसले को उन्होंने तानाशाही फैसला करार दिया है। इतना ही नहीं, योगेश्वर ने कहा कि अगर ऐसे ही ट्रायल में छूट दी जा रही है तो और भी बेहतर पहलवान हैं जिनकी अच्छी रैंकिंग है। उन्होंने कहा कि ये सरासर गलत है। इससे पहले किसी भी पैनल ने इस तरह के फैसले नहीं लिए।
(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)