Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 19 Aug, 2025 08:30 PM

11 साल बाद प्रदेश में संगठन तैयार करते ही कांग्रेस हरकत में आ गई। जिला अध्यक्षो की नियुक्ति के बाद आज कांग्रेस ने पहली बार विपक्ष की भूमिका निभाई ओर गुड़गांव की समस्याओं के खिलाफ हल्ला बोल दिया।
गुड़गांव, (ब्यूरो): 11 साल बाद प्रदेश में संगठन तैयार करते ही कांग्रेस हरकत में आ गई। जिला अध्यक्षो की नियुक्ति के बाद आज कांग्रेस ने पहली बार विपक्ष की भूमिका निभाई ओर गुड़गांव की समस्याओं के खिलाफ हल्ला बोल दिया। कांग्रेसियों ने नगर निगम कार्यालय के बाहर कूड़ा डालकर अधिकारियों को भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। कांग्रेसियों का कहना है कि जब से भाजपा सरकार सत्ता में आई है तब से गुड़गांव ही नहीं बल्कि प्रदेश और देश का बुराहाल हो गया।
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पूर्व सांसद राज बब्बर, पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव की माने तो आज गुड़गांव में जगह जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। सड़के टूटी हुई हैं। जनता जलभराव ओर समस्याओं से परेशान हो रही है, लेकिन अधिकारी इन समस्याओं का समाधान धरातल पर नहीं बल्कि फ़ाइल में कर रहे हैं। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भाजपा ने गुड़गांव में नगर निगम नहीं, बल्कि नरक निगम बनाया है। यहां अधिकारियों को जनता की परेशानी से कोई लेना देना नहीं है। आज निगम कार्यालय के बाहर कूड़ा डाला गया है ताकि अधिकारियों को पता लग सके कि गुड़गांव की जनता किस तरह कूड़े के ढेर में बदबू के बीच जी रही है।
वहीं, कांग्रेस गुड़गांव के जिलाध्यक्ष पंकज डावर, ग्रामीण जिलाध्यक्ष वर्धन यादव ने गुड़गांव की मेयर पर भी निशाना साधा। कांग्रेसियों ने कहा कि जिस नेता को जनता की समस्याओं से कोई लेना देना नही है उसे भाजपा ने मेयर बना दिया। उन्होंने नगर निगम अधिकारियों को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया और कहा कि अगर गुड़गांव के हालात नही सुधरे तो वह बड़ा आंदोलन करेंगे। वहीं कांग्रेसी नेताओं ने नगर निगम के जॉइंट कमिशनर को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को गुड़गांव की समस्याओं से अवगत कराते हुए साफ कर दिया कि निगम अधिकारियों ने जनता की समस्या के समाधान के लिए अब भी कोई ठोस कदम नही उठाया तो वह आंदोलन करने को विवश होंगे।
वहीं अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि कल आला अधिकारियों के साथ बैठक कर गुड़गांव की समस्याओं के समाधान का खाका तैयार कर लिया गया है। लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए निगम अधिकारियों को 15 दिन के अल्टीमेटम का क्या असर निगम अधिकारियों पर होता है यह तो आने वाला वक़्त ही बताएगा। फिलहाल निगम अधिकारियों ने अश्वासन तो दिया है कि धरातल पर समस्याओं के समाधान जे लिए काम शुरू कर दिया है।