Edited By Shivam, Updated: 28 Oct, 2020 11:02 PM
बीएसएफ में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात शशांक रावत ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए। जिनका पार्थिक शरीर पलवल उनके निवासी स्थान पर लाया गया। इस अवसर पर विधायक दीपक मंगला ने शहीद शशांक रावत को श्रद्घासुमन अर्पित किए। इस मौके पर जिला सैनिक बोर्ड और जिला...
पलवल (दिनेश): बीएसएफ में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात शशांक रावत ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए। जिनका पार्थिक शरीर पलवल उनके निवासी स्थान पर लाया गया। इस अवसर पर विधायक दीपक मंगला ने शहीद शशांक रावत को श्रद्घासुमन अर्पित किए। इस मौके पर जिला सैनिक बोर्ड और जिला प्रशासन के अधिकारीगण और उपस्थित लोगों ने भी पुष्प अर्पित किए।
गौरतलब है कि शशांक रावत मार्च 2018 में बीएसएफ में भर्ती हुए थे। फिलहाल पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले में तैनात थे। ड्यूटी के दौरान हृदय गति रूकने से शशांक रावत शहीद हो गए। शहीद शशांक के पिता शिवचरण रावत पलवल के गांव धतीर में प्रोफेसर के पद पर तैनात हैं, वहीं माता सुनीता निजी स्कूल में टीचर है और बहन महिमा रावत श्रीनगर में एमबीबीएस डॉक्टर है।
विधायक दीपक मंगला ने बताया कि बीएसएफ में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात शशांक रावत ड्यूटी के दौरान ह्दय गति रूकने पर शहीद हो गए। उनके पार्थिक शरीर को पलवल के आर्दश कॉलोनी में उनके निवास पर लाया गया उसके पश्चात शहीद के पिता शिवचरण रावत ने मुखाग्रि दी गई। उन्होंने कहा कि हमारे क्षेत्र का एक वीर सपूत मातृभूमि की सेवा करते हुए शहीद हो गया है।, जिसे कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है। दीपक मंगला ने कहा कि 28 वर्षीय शशांक रावत व्यवाहर कुशल थे। उनकी कमी को पूरा नहीं किया जा सकता है।