Edited By Naveen Dalal, Updated: 05 Aug, 2019 04:54 PM
जीवन में ऐसे कितने अवसर आते हैं जब हम अपने करीबी लोगों को काफी कुछ कहना चाहते है लेकिन किन्हीं परिस्थितियों के कारण कह नहीं पाते अक्सर ऐसी बातें जिनमें गहरी संवेदनाएं, भावनाएं और दिल के राज छुपे होते है, या तो हमारे जहन में रह जाती है...
फरीदाबाद (अनिल राठी): जीवन में ऐसे कितने अवसर आते हैं जब हम अपने करीबी लोगों को काफी कुछ कहना चाहते है लेकिन किन्हीं परिस्थितियों के कारण कह नहीं पाते अक्सर ऐसी बातें जिनमें गहरी संवेदनाएं, भावनाएं और दिल के राज छुपे होते है, या तो हमारे जहन में रह जाती है या फिर हमारी डायरी या उन खतों में रह जाती है, जिन्हें उन लोगों को भेजने की हम जीवनभर हिम्मत नहीं जुटा पाये। ऐसी ही अनकही बातों और कभी नहीं भेजे गए खतों का संग्रह कर दीया गोयल ने पुस्तक की शक्ल दी है। जिसका विमोचन जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने किया।
बता दें कि दीया गोयल हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. बनारसी दास गुप्ता की प्रपौत्री हैं जोकि 11वीं कक्षा में पढ़ रही है। जिसने अनकही बातों और कभी नहीं भेजे गए का संग्रह कर ‘लेटर अनसेंट’ नाम की पुस्तक की रचना की है। कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने दीया और उसके परिजनों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इतनी छोटी उम्र में रचनात्मक लेखन करना बड़ी बात है। कुलपति ने कहा कि लोगों की ऐसी बातों को किताब के माध्यम से बताना जो बेहद निजी और भावनाओं से ओतप्रोत है, बेहद संवेदनशीलता का कार्य है और इसके लिए अच्छी समझ होनी जरूरी है।
जानकारी के अनुसार दीया गोयल मसूरी के वुडस्टॉक स्कूल की 11 वीं कक्षा की छात्रा है जो एक व्यवसायी परिवार से ताल्लुक रखती है और वह हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. बनारसी दास गुप्ता की प्रपौत्री है। वहीं फरीदाबाद के सेक्टर-15 निवासी दीया गोयल के पिता सुमित गुप्ता एक कारोबारी है और मां शिप्रा गुप्ता का भी अपना व्यवसाय है। बिजनेस स्टडीज कर रही दीया ने बताया कि कि उसे लिखने का शौक है और अपने लिखने को उसने किताब का रूप देने का निर्णय लिया। दीया ने बताया कि 80 पन्नों की अपनी किताब के माध्यम से उसने ऐसे लोगों को दिल खोलकर अपनी बात रखने का अवसर दिया है, जिसे वह अपने करीबी लोगों को कहना चाहते थे और किसी कारण से नहीं कह सके। अपने प्यार की चाहत को कभी भी उनतक नहीं पहुंचा पाए।