Edited By Yakeen Kumar, Updated: 29 Oct, 2025 10:00 PM

रूस-यूक्रेन युद्ध में मारे गए नारनौंद उपमंडल के गांव मदनहेड़ी निवासी 28 वर्षीय सोनू का पार्थिव शरीर बुधवार दोपहर गांव पहुंचा।
नारनौंद (हर्ष जांगड़ा) : रूस-यूक्रेन युद्ध में मारे गए नारनौंद उपमंडल के गांव मदनहेड़ी निवासी 28 वर्षीय सोनू का पार्थिव शरीर बुधवार दोपहर गांव पहुंचा। गांव में माहौल गमगीन रहा, जब ग्रामीणों ने शहीद सोनू अमर रहे के नारों के बीच उसे अंतिम विदाई दी। रूस की सेना ने सैन्य सम्मान के साथ सोनू का शव भारत भेजा।
परिजनों ने बताया कि सोनू को जबरन रूसी सेना में भर्ती कर युद्ध में भेजा गया था। सोनू के चाचा जगबीर सिंह ने बताया कि 3 सितंबर को उसकी आखिरी बार फोन पर बात हुई थी, जिसमें उसने बताया था कि उसे युद्ध में भेजा जा रहा है। कुछ दिन बाद, 19 सितंबर को रूस से एक पत्र आया जिसमें उसे लापता बताया गया।
इसके बाद में 6 अक्टूबर को रूस की सेना ने पत्र भेजकर उसकी मृत्यु की पुष्टि की। परिवार ने शुरू में शव की पहचान पर संदेह जताया, लेकिन भारतीय दूतावास से संपर्क के बाद उसकी मौत की आधिकारिक पुष्टि हो गई।
नारनौंद विधायक जस्सी पेटवाड़ ने सरकार से परिवार को आर्थिक सहायता देने की मांग की है। वहीं बास थाना प्रभारी बलवंत सिंह ने आश्वासन दिया कि प्रशासन हर संभव मदद करेगा। ग्रामीणों ने कहा कि सोनू मेहनती और नेकदिल युवक था, जिसकी कमी गांव हमेशा महसूस करेगा।
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