Edited By Isha, Updated: 31 May, 2025 08:49 PM

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान के हवाई हमलों और ड्रोन हमलों को पूरी तरह विफल करने के बाद एक बार फिर से युद्ध जैसी स्थिति से निपटने की तैयारियां परखी जाएंगी। शनिवार को हरियाणा में ऑपरेशन शील्ड के तहत मॉक ड्रिल होगी।
फरीदाबाद( अनिल राठी): ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान के हवाई हमलों और ड्रोन हमलों को पूरी तरह विफल करने के बाद एक बार फिर से युद्ध जैसी स्थिति से निपटने की तैयारियां परखी जाएंगी। शनिवार को हरियाणा में ऑपरेशन शील्ड के तहत मॉक ड्रिल होगी।
चंडीगढ़ में रात आठ से सवा आठ बजे तक ब्लैक आउट हुआ। वहीं, हरियाणा में शाम 5 से रात 9 बजे तक नागरिक सुरक्षा अभ्यास किया गया। सभी महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों के पास रात आठ से सवा आठ बजे तक 15 मिनट तक ब्लैकआउट किया गया।
फरीदाबाद में 7:55 से 8:15 तक ब्लैकआउट किया गया। 20 मिनट के ब्लैकआउट के समय घरों की लाइट और मुंबई बड़ोदरा एक्सप्रेस पर दौड़ती हुई गाड़ियों की रफ्तार साफ तौर पर दिखाई दी। फरीदाबाद में ब्लैक आउट पूरी तरीके से फेल हुआ। ब्लैकआउट को लेकर लोग जागरूक नहीं दिखे। रिहायशी इलाकों में भी सभी ने अपने घरों की लाइटें जला रखी थी।
हिसार (विनोद सैनी): हिसार में आज आठ बजे से लेकर सवा आठ तक का सरकार द्वारा ब्लैक आउट की की घोषणा की थी।लेकिन हिसार प्रशाशन के द्वारा जनता से भी ब्लैक आउट में सहयोग करने की अपील की गई लेकिन हिसार में जनता का प्रशाशन को सहयोग नहीं मिला।सड़कों पर लाइट जलाकर वाहन चलते नजर आए और कुछ इलाकों में लाइट भी जली रही। हिसार में ब्लैक आउट का मिलजुला असर देखने को मिला। आज ही हिसार प्रशाशन ने दिन में ऑपरेशन शील्ड के तहत मॉक ड्रिल का आयोजन भी किया था। मॉक ड्रिल हिसार प्रशाशन के द्वारा सफल रहा लेकिन पंद्रह मिनट का ब्लैक आउट हिसार में नहीं देखने को मिला न ही जनता को सायरन की आवाज सुनने को मिली।
यमुनानगर(परवेज खान): भारत पर हवाई हमले या ड्रोन हमले से बचने के लिए आज गृह मंत्रालय के आदेश पर हरियाणा में 8 बजे से 8 बजकर 15 मिनट तक ब्लैकआउट का समय रखा गया था,लेकिन यमुनानगर जिले में जिला प्रशासन की अपील का असर होता दिखाई नहीं दिया। लोगों ने घरों में बाजार की लाइट जलती नजर आए। हालांकि इससे पहले भी जिला कुछ दिन पहले भी ब्लैकआउट की अपील की थी लेकिन लोगों ने उसे भी नहीं माना था। एक बार फिर 15 मिनट के लिए ब्लैकआउट रखा गया लेकिन लोगों ने जिला प्रशासन की बातों को अनदेखा कर दिया। दरअसल ब्लैक आउट का उद्देश्य यह है कि अगर भारत पर कोई भी आपात स्थिति आ जाए उसे किस तरह निपटा है इसके लिए अभ्यास की अपील करनी थी।