Edited By Deepak Kumar, Updated: 22 Aug, 2025 03:08 PM

बुधवार को यमुनानगर में स्वास्थ्य विभाग की छापेमारी के दौरान एक महिला डॉक्टर और मरीजों के साथ अभद्रता का मामला गरमा गया है।
डेस्कः बुधवार को यमुनानगर में स्वास्थ्य विभाग की छापेमारी के दौरान एक महिला डॉक्टर और मरीजों के साथ अभद्रता का मामला गरमा गया है। इसके विरोध में वीरवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के आह्वान पर यमुनानगर के सभी निजी अस्पतालों में हड़ताल रही।
OPD सेवाएं पूरी तरह बंद रहीं, और मरीजों को बिना इलाज के लौटना पड़ा। सभी डॉक्टरों ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया और पहले एसपी कमलदीप गोयल से मुलाकात की, फिर डीसी पार्थ गुप्ता को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने छापेमारी के दौरान अभद्रता करने वाली टीम के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
इस बीच अंबाला के बवेजा अस्पताल में भी बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लगभग आठ घंटे तक जांच की। हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि वहां क्या खामियां पाई गईं या सब कुछ सही मिला।
इसी तरह, कैथल में भी आयुष्मान भारत योजना से जुड़े निजी अस्पतालों की हड़ताल का असर देखा गया। हड़ताल के चलते सरकारी अस्पतालों में मरीजों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। जिले में योजना से जुड़े 11 निजी अस्पताल हैं और सरकार की तरफ से करीब 15 करोड़ रुपये की राशि बकाया है।
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