Edited By Deepak Paul, Updated: 07 Jul, 2018 11:17 AM
सरकार द्वारा प्राइवेट बसें ठेके पर लेने का निर्णय वापस नहीं लेगी तो रोडवेज कर्मचारियों एवं सरकार के बीच टकराव की स्थिति बन सकती है। हरियाणा रोडवेज कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के नेता इंद्र सिंह बधाना, विरेंद्र सिंह धनखड़, सरबत सिंह पूनिया, पहल...
चंडीगढ़(धरणी): सरकार द्वारा प्राइवेट बसें ठेके पर लेने का निर्णय वापस नहीं लेगी तो रोडवेज कर्मचारियों एवं सरकार के बीच टकराव की स्थिति बन सकती है। हरियाणा रोडवेज कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के नेता इंद्र सिंह बधाना, विरेंद्र सिंह धनखड़, सरबत सिंह पूनिया, पहल सिंह तंवर, बलबीर जाखड़, बलजीत दांगी एवं श्रवण कुमार जांगड़ा ने संयुक्त बयान में सरकार द्वारा प्राइवेट बसें ठेके पर लेने के निर्णय पर तीखी प्रतिक्रिया की है।
उन्होंने कहा हजारों रोडवेज कर्मचारी सरकार द्वारा प्राइवेट बसें ठेके पर लेने के निर्णय के खिलाफ व लंबित मांगों को लेकर 15 जुलाई को करनाल में मुख्यमंत्री के कैंप कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन करेंगे एवं हरियाणा रोडवेज के निजीकरण के खिलाफ जनता से करवाए गए लाखों हस्ताक्षर मुख्यमंत्री को सौंपेंगे। उन्होंने बताया प्रदर्शन की तैयारी में संघर्ष समिति की 5 टीमों ने प्रदेश के सभी डिपो का दौरा शुरू कर दिया है।
किसी भी सूरत में नहीं आने देंगे किलोमीटर स्कीम के तहत बसें
हरियाणा रोडवेज वर्कर्स ज्वाइंट एक्शन कमेटी के वरिष्ठ सदस्य हरिनारायण शर्मा, अनूप सहरावत, जयभगवान कादियान, बलवान सिंह दोदवा व आजाद गिल ने बताया कि अतिरिक्त महानिदेशक परिवहन विरेंद्र दहिया ने ज्वाइंट एक्शन कमेटी के साथ बैठक की। उन्होंने बताया कि प्रदेश में जनता की आबादी के हिसाब से 15 हजार नई बसों की जरूरत है लेकिन महानिदेशक सरकारी बसें लाने की बजाय 700 बसें किलोमीटर स्कीम पर लेने की तैयारी कर रहे हैं जो कि जनता व कर्मचारी विरोधी फैसला है। अगर सरकार ने ऐसा नहीं किया तो तुरंत ज्वाइंट एक्शन कमेटी की बैठक बुलाकर आंदोलन की घोषणा की जाएगी।