Edited By vinod kumar, Updated: 15 May, 2020 11:46 PM
संपूर्ण लॉकडाउन 3.0 में तपती दोपहरी में प्रवासी मजदूरों का घर वापसी का दौर जारी है। पंजाब के फगवाड़ा से फैजाबाद यू.पी. के लिए निकले प्रवासी मजदूरों ने शुक्रवार को ताऊ देवीलाल काॅलेज में पुलिस के समक्ष आपबीती सुनाई।
समालखा (राकेश) : संपूर्ण लॉकडाउन 3.0 में तपती दोपहरी में प्रवासी मजदूरों का घर वापसी का दौर जारी है। पंजाब के फगवाड़ा से फैजाबाद यू.पी. के लिए निकले प्रवासी मजदूरों ने शुक्रवार को ताऊ देवीलाल काॅलेज में पुलिस के समक्ष आपबीती सुनाई।
थके हारे चेहरे पर मायूसी व नम आंखों से प्रवासी मजदूरों के मुताबिक किराए के रूप में 40 हजार गंवाए, फिर भी घर नहीं पहुंच पाए। ऐसी दुर्दशा उनके साथ हो रही है। आखिर मजदूर जाएं, तो जाएं कहां। प्रवासी मजदूरों में दलीप, प्रेम, पवन, सुनील, रामसे, अलविश आदि ने बताया कि वह सभी फगवाड़ा में मेहनत मजदूरी का काम करते हैं, लेकिन कामधंधे न होने के कारण उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
फगवाड़ा से फैजाबाद की दूरी 1032 किलाेमीटर के आसपास है। 40 मजदूरों ने फगवाड़ा से फैजाबाद के लिए 85 हजार किराए पर टाटा 407 कैंटर बुक किया था। रात्रि करीब 3 बजे जैसे ही वह समालखा के हल्दाना नाके पहुंचे, तो पुलिस ने कैंटर रूकवा लिया।
कैंटर रूकवाने के बाद पुलिस ने मेडिकल करवाने वाले 40 में से 20 प्रवासी मजदूरों को तो कैंटर सहित रवाना कर दिया गया, जबकि शेष 20 मजदूरों को वापिस पुलिस ने शेल्टर होम समालखा भेज दिया। शेल्टर होम से पैदल मजदूर घर जाने के लिए ताऊ देवीलाल काॅलेज पहुंचे, लेकिन वहां पर उनके लिए कोई भी व्यवस्था नहीं कराई गई। उन्होंने बताया कि 20 मजदूरों ने 40 हजार भी गंवा दिए, लेकिन फिर भी वो घर नहीं पहुंच पाए।
इस संबंध में नायब तहसीलदार बापौली नरेश कुमार का कहना है कि ताऊ देवीलाल काॅलेज से सुबह के समय हरियाणा रोडवेज की 8 बसों में 280 मजदूरों को यू.पी. के बुलंदशहर के लिए रवाना किया गया है। फगवाड़ा से निकले प्रवासी मजदूरों के लिए खाने की व्यवस्था कराने की बात कही है।