Edited By vinod kumar, Updated: 17 May, 2020 11:40 PM
प्रवासी श्रमिक इन दिनों हर समय बस अपने घर पहुंचने का अरमान दिलों में सजाए हुए हैं। अंबाला में आज ऐसे ही लगभग 540 श्रमिकों के लिए रविवार का दिन खुशियां लेकर आया था, लेकिन इन प्रवासी मजदूरों की ख़ुशी ज्यादा देर नहीं टिक पाई और इनके अरमानों को इनके अपने...
अंबाला (अमन कपूर): प्रवासी श्रमिक इन दिनों हर समय बस अपने घर पहुंचने का अरमान दिलों में सजाए हुए हैं। अंबाला में आज ऐसे ही लगभग 540 श्रमिकों के लिए रविवार का दिन खुशियां लेकर आया था, लेकिन इन प्रवासी मजदूरों की ख़ुशी ज्यादा देर नहीं टिक पाई और इनके अरमानों को इनके अपने ही राज्य यूपी ने चकनाचूर कर दिया।
दरअसल, आज सुबह अंबाला से हरियाणा रोडवेज की 18 बसें 540 श्रमिकों को लेकर यूपी के लिए रवाना हुई थी, लेकिन जैसे ही ये बसे यूपी बॉर्डर पर पहुंची तो कई घंटों इन्तजार करवाने के बाद यूपी प्रशासन ने अपने ही श्रमिकों को यूपी में दाखिल होने देने से इंकार कर दिया। जिसके बाद अंबाला से गई ये सभी बसें श्रमिकों को लेकर वापिस अंबाला आ गई। जहां वापिस लौटे श्रमिकों के चेहरे पर निराशा साफ दिखाई दे रही थी।
निराश और हताश होकर लौटे श्रमिक अब खुद की तुलना धोबी के कुत्ते से कर रहे हैं और कह रहे हैं कि वो अब न घर के रहे न घाट। श्रमिकों का कहना है कि अब इनके पास न घर है न खाना तो ऐसे संकट में ये कहां जाएंगे। यूपी में दाखिल होने से पहले ही वापस लौटा दिए गए श्रमिकों को अब अंबाला में बे सहारा ही छोड़ दिया गया है। वहीं पुलिस का कहना है कि 18 बसों में श्रमिकों को मेडिकल करवाने के बाद ही यूपी रवाना किया गया था । 4 घंटे इन्तजार करवाने के बाद बसों को वापस लौटा दिया गया।