Edited By Isha, Updated: 22 Jun, 2025 08:43 AM

खरकरामजी में हुई शराब ठेकेदार की हत्या के मामले में पुलिस पर लापरवाही के आरोप लग रहे हैं। 16 दिन पहले सीआईए सफीदों ने दो युवकों को तीन अवैध पिस्तौल और सात कारतूस के साथ गिरफ्तार किया था।
जींद: खरकरामजी में हुई शराब ठेकेदार की हत्या के मामले में पुलिस पर लापरवाही के आरोप लग रहे हैं। 16 दिन पहले सीआईए सफीदों ने दो युवकों को तीन अवैध पिस्तौल और सात कारतूस के साथ गिरफ्तार किया था। उन्होंने पूछताछ में खुलासा किया था कि वह शराब ठेकेदार वीरेंद्र उर्फ बिंद्र की हत्या के इरादे से आए थे, लेकिन पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया।
पुलिस ने शराब ठेकेदार की सुरक्षा नहीं दी और शराब ठेकेदार की पुलिस लापरवाही से जान चली गई। पुलिस ने मामले को गैंगवार बताया है। मृतक वीरेंद्र के खिलाफ भी 9 केस दर्ज हैं। इसमें एक हत्या का मामला और एक हत्या के प्रयास का है।
हमलावर वारदात के समय ठेके पर ठेकेदार के साथ गांव का मोहित भी बैठा हुआ था। हमलावरों ने वीरेंद्र पर हमला कर उसकी हत्या कर दी थी। इस दौरान मोहित खेतों की तरफ भाग गया था। उसी समय आरोपियों ने कार से मोहित का पीछा किया, लेकिन कार मकान के बाहर चबूतरे पर जा टकरा गई, जिससे वह रुक गई और मोहित की जान बच गई।
ठेकेदार की हत्या करने के बाद तीनों आरोपी कार से फरार हो गए थे लेकिन उनकी कार सड़क किनारे मकान के बाहर बने चबूतरे से टकरा गई, जिससे वह क्षतिग्रस्त होकर बंद हो गई और फिर स्टार्ट नहीं हुई। इसके बाद तीनों आरोपी कार छोड़कर भाग निकले। उन्होंने कुछ ही दूरी पर दो लोगों से पिस्तौल के बल पर बाइक छीन ली। वह एक ही बाइक पर सवार होकर चाबरी गांव की तरफ भाग गए। चाबरी गांव के पास पहुंचते ही बाइक का पेट्रोल खत्म हो गया। इसके बाद उन्होंने फिर से एक युवक से बाइक छीन ली और फिर फरार हो गए। कई सालों से साहनपुर गांव के शराब ठेकेदार की मृतक वीरेंद्र उर्फ बिंद्र के के परिवार से रंजिश चली आ रही है। करीब एक साल पहले पिंडारा पुल के पास तीन-चार गाड़ियों में आए बदमाशों ने वीरेंद्र पर फायरिंग की थी, लेकिन उस समय वह बच गया था।