Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 29 Jul, 2025 08:53 PM

शहर में जगह जगह जल जमाव को लेकर गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) गंभीर हो गया है। बारिस में जल निकासी नेटवर्क को मज़बूत करने के साथ उसकी तत्काल निकासी के प्रयास तेज कर दिए गए है।
गुड़गांव, (ब्यूरो): शहर में जगह जगह जल जमाव को लेकर गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) गंभीर हो गया है। बारिस में जल निकासी नेटवर्क को मज़बूत करने के साथ उसकी तत्काल निकासी के प्रयास तेज कर दिए गए है। गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) गुरुग्राम के सेक्टर- 68, 75 व सेक्टर-112, 115 में एक व्यापक जल निकासी नेटवर्क बिछाने का कार्य शुरू हो गया है। ताकि शहरीकृत क्षेत्रों में जलभराव रोकने व विकास को सुगम बनाने का रास्ता प्रशस्त हो सके। परियोजना के अंतर्गत सेक्टर 68, 75 व 112, 115 में जीएमडीए के इन्फ्रा-2 डिविजन आरसीसी बॉक्स टाइप मास्टर स्टॉर्म वाटर ड्रेन का निर्माण कर रहा है। जिससे इन क्षेत्रों में एक एकीकृत व कुशल जल निकासी व्यवस्था सुनिश्चित हो सकेगी।
17 किमी लंबी मास्टर स्टॉर्म वॉटर ड्रेन
सेक्टर-68 से 75 में जल निकासी नेटवर्क को बढ़ाने के लिए 17.63 किमी मास्टर स्टॉर्म वॉटर ड्रेन बिछाने का काम करने की योजना है। जिसमें विभिन्न आकारों के आरसीसी बॉक्स टाइप ड्रेन का निर्माण किया जाएगा। इन बरसाती नालो के पानी के निर्वहन का निपटान आगामी एसपीआर के साथ वाटिका चौक से एनएच-48 तक मास्टर स्टॉर्म वॉटर ड्रेन में और अंततः लेग-3 बादशाहपुर नाले में किया जाएगा।
प्रोजेक्ट पर 62.78 करोड़ होगें खर्च
प्रोजेक्ट पर 62.78 करोड़ रूपए की लागत आएगी। जिसे 12 माह के भीतर पूरा किया जाएगा। सेक्टर-112-115 जल निकासी परियोजना के तहत सेक्टर-112,115 में 7.5 किमी लंबी विभिन्न आकार के मास्टर आरसीसी बॉक्स टाइप ड्रेन का निर्माण किया जाएगा। कुल ड्रेनेज सिस्टम को मास्टर लेग-1 ड्रेन से जोड़ने का प्रस्ताव है। ओवरफ्लो को रोकने के लिए सेक्टर-115 में लेग-3 ड्रेन के पास पंपिंग स्टेशन का निर्माण भी किया जाएगा।