Edited By Naveen Dalal, Updated: 29 Jul, 2019 10:44 AM

शहर के फुटपाथों पर बिछाई जा रही टाइल्स में घटिया मैटीरियल का धड़ल्ले से इस्तेमाल किया जा रहा है। नगरपालिका द्वारा करवाए जा रहे इस निर्माण में निम्न दर्जे के मैटीरियल का प्रयोग कर टाइल्स बिछाने के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है...
घरौंडा (टिक्कू): शहर के फुटपाथों पर बिछाई जा रही टाइल्स में घटिया मैटीरियल का धड़ल्ले से इस्तेमाल किया जा रहा है। नगरपालिका द्वारा करवाए जा रहे इस निर्माण में निम्न दर्जे के मैटीरियल का प्रयोग कर टाइल्स बिछाने के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। शहरवासियों ने निर्माण में इस्तेमाल की जा रही घटिया सामग्री की शिकायत नगरपालिका अधिकारियों को की। शिकायत मिलते ही नगरपालिका ने टाइङ्क्षलग का कार्य रुकवाकर टाइलों को उखड़वा दिया है। नगरपालिका अधिकारियों का कहना है कि फुटपाथ टाइङ्क्षलग में घटिया मैटीरियल के इस्तेमाल की शिकायतें मिली हैं जिसके लिए ठेकेदार को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा।
नगरपालिका फुटपाथ के सौंदर्यीकरण पर लाखों रुपया खर्च कर रही है लेकिन फुटपाथों पर हो रहे टाइङ्क्षलग के कार्य में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है। बता दें कि नगरपालिका द्वारा जुनेजा स्वीट कॉर्नर से पशु अस्पताल तक फुटपाथ पर टाइङ्क्षलग बिछाने का टैंडर ठेकदार को दिया हुआ है। टाइङ्क्षलग के इस कार्य पर लगभग 15 लाख खर्च किए जाएंगे। टाइङ्क्षलग का काम शुरू होते ही निर्माण कार्य में घटिया सामग्री के इस्तेमाल के आरोप लगने शुरू हो गए हैं। शहरवासी अरुण भाटिया, सागर, धीरज भाटिया, संदीप राणा, सुरेंद्र कुमार, कुक्कू, अमित कुमार, रमेश कुमार व अन्य का आरोप है कि फुटपाथ पर टाइङ्क्षलग के कार्य में भारी अनियमितताएं बरती जा रही हंै। टाइल्स को सीमैंट की बजाय रेत में चिपकाने का प्रयास किया जा रहा है। सीमैंट लगाने के नाम पर भी खानापूॢत की जा रही है।
काम में गुणवत्ता कहीं पर भी दिखाई नहीं दे रही है। ठेकेदार अपनी मनमानी से कार्य कर रहा है। नगरपालिका लाखों रुपया खर्च कर रही है लेकिन काम की देखरेख करने के लिए मौके पर कोई भी अधिकारी या कर्मचारी नहीं होता और न ही ठेकेदार निर्माण स्थल पर होता है। निर्माण की गुणवत्ता को लेकर किसी भी तरह की गंभीरता नहीं दिखाई जा रही।