Edited By Saurabh Pal, Updated: 20 Sep, 2023 06:18 PM

खर्ची-पर्ची खत्म करने के दावों के बीच लगातार घूसखोरी की खबरें आती रहती हैं। हलांकि हरियाणा में सक्रिय एसीबी लगातार रिश्वतखोरी करने वाले अधिकारियों कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने में जुटी हुई है। इस दौरान हिसार में एसीबी की टीम सिंचाई विभाग के...
हिसार(विनोद सैनी): खर्ची-पर्ची खत्म करने के दावों के बीच लगातार घूसखोरी की खबरें आती रहती हैं। हलांकि हरियाणा में सक्रिय एसीबी लगातार रिश्वतखोरी करने वाले अधिकारियों कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने में जुटी हुई है। इस दौरान हिसार में एसीबी की टीम सिंचाई विभाग के एक्सईएन, क्लर्क और अकाउंटेंट को रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। मामले में बरवाला के गांव बधावड़ के रहने वाले जितेंद्र ने एंटी करप्शन ब्यूरो में शिकायत की थी। इन्होंने बिल पास कराने की एवज में बधावड़ के ठेकेदार से 45000 रुपए की रिश्वत मांगी थी।
शिकायतकर्ता ने बताया था कि उसने वर्ष 2022 में गांव में एक ड्रेन खोदने का कार्य ठेके पर लिया था। कार्य के पूरा होने पर विभाग से 22 लाख रुपए की पेमेंट नहीं मिल पा रही थी तो सिंचाई विभाग के क्लर्क ने रुपए की मांग की थी। पहले 23500 लेकर 10 लाख का बिल पास करवाया था। इसके बाद दोबारा बिल पास करवाने के लिए रिश्वत की डिमांड आई।
जिसके बाद 35000 रुपए में सौदा तय हो गया। इसके बाद जितेंद्र ने मामले की शिकायत विजिलेंस टीम को दे दी। ठेकेदार जितेंद्र द्वारा शिकायत देने पर इंस्पेक्टर अजीत सिंह गिल ने टीम तैयार की। ठेकेदार जितेंद्र को रुपए देकर भेजा गया। ठेकेदार ने जैसे ही सुखविंदर को 35000 दिए। एसीबी इंस्पेक्टर अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। एसीबी ने पहले दी रिश्वत की रकम को बरामद कर सुखविंदर को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद सच्चाई विभाग में लेखा लिपिक जगदीश चंद्र व एक्सईन को भी टीम ने रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया।
हरियाणा की खबरें अब व्हाट्सऐप पर भी, बस यहां क्लिक करें और Punjab Kesari Haryana का ग्रुप ज्वाइन करें।)
(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)